जालसाज़ मोदीभक्त ने केजरीवाल को बनाया अरबपति

मान लीजिए, आप किसी नेता को पसंद करते हैं। इस कदर पसंद करते हैं कि उसके भक्त ही बन जाते हैं और उसके खिलाफ़ एक शब्द सुनना गवारा नहीं करते। ऐसे में एक आदमी आपके भगवान को चैलेंज करता है और इतनी मजबूती से चैलेंज करता है कि आपके भगवान के पसीने छूटने लग जाते हैं। तब आप क्या करते हैं?

यदि आप मोदी के समर्थक होंगे तो आप उस आदमी को बदनाम करने में जुट जाएंगे। और इस कोशिश में हर तरह की जालसाज़ी और फ़रेब करेंगे। एक मोदीभक्त ने पिछले दिनों ऐसा ही किया। देखिए, नीचे की पोस्ट।

Kejriwal post

यह पोस्ट आशीष राजपूत ने We support Narendra Modi के पेज पर पोस्ट की है। आप इस लिंक पर क्लिक करके आशीष राजपूत की प्रोफ़ाइल देख सकते हैं। यह पोस्ट अभी भी उनके पेज पर है। इसकी हेडिंग है – केजरीवाल की संपत्ति 1 अरब से ज़्यादा। देखने से ऐसा लगता है कि यह किसी अखबार की रिपोर्ट है। कुछ ज़्यादा ध्यान से देखेंगे तो पता चलेगा कि इसमें एनबीटी लिखा है। तो भई, जब नवभारत टाइम्स ने लिखा है तो सही ही लिखा होगा क्योंकि लोग आज भी अखबार में छपी रिपोर्टों को सही मानते हैं। तो क्या वाकई आम आदमी की बात करनेवाले और उसके समर्थन से सत्ता में आनेवाले अरविंद केजरीवाल के पास इतनी संपत्ति है?

चूंकि यह नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट थी सो हमने पता किया। पुरानी फ़ाइलों को खोजना संभव नहीं है लेकिन ईपेपर से हमें मदद मिली। पता चला कि 3 दिसंबर 2013 को नवभारत टाइम्स मुंबई के एक संस्करण में ऐसी एक खबर छपी थी। लेकिन उसमें अरविंद केजरीवाल तो हैं नहीं। कौन है? ज़रा नीचे की तस्वीर देखें।

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अरे, यह तो सोनिया हैं जिनके बारे में लिखा हुआ है कि सोनिया की संपत्ति 1 खरब से ज़्यादा। फ़रेबी मोदीभक्त ने सोनिया की तस्वीर की जगह केजरीवाल की तस्वीर लगाई, हेडिंग बदली और सोशल मीडिया पर डाल दी। वैसे उसको लगा कि यदि केजरीवाल को खरबपति बता देंगे तो यह कुछ ज़्यादा हो जाएगा और लोग उस पर भरोसा नहीं करेंगे। इसलिए उसने उनको केवल अरबपति बताया। उसको लगा कि इस तरह शायद बीजेपी केजरीवाल के तूफ़ान का सामना कर पाएगी। लेकिन झूठ के बल पर आप कुछ समय के लिए कुछ लोगों को धोखा दे सकते हैं, लेकिन हमेशा के लिए सभी लोगों को धोखा नहीं दे सकते।

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वैसे सच यह है कि सोनिया के बारे में भी यह खबर सही नहीं है। जिस अखबार के हवाले से यह खबर छापी गई थी, उसने कुछ ही घंटों बाद स्पष्टीकरण छापकर सोनिया गांधी से इसके लिए माफ़ी मांगी। देखें नीचे यह खबर

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We Support Narendra Modi पर ऐसी तमाम फ़र्ज़ी पोस्ट नज़र आती हैं। हम जानते हैं कि मोदी कभी ऐसी जालसाज़ियों को समर्थन नहीं करेंगे। लेकिन जैसे ईश्वर और अल्लाह के भक्त अपने कर्मों से ऊपरवाले को शर्मिंदा करते रहते हैं, वैसे ही मोदी के भक्त भी ऐसे कर्म करके मोदी का नुकसान कर रहे हैं। यदि ऐसे ही चलता रहा तो जल्दी ही We Support Narendra Modi के पेज पर लगनेवाली किसी भी पोस्ट पर (यदि वह सच भी हो) तो लोग भरोसा नहीं करेंगे जैसे भेड़िया आया, भेड़िया आया कहनेवाले गड़रिए का लोगों ने भरोसा करना बंद कर दिया था।

इस फ़र्ज़ी पोस्ट के बारे जानकारी हमारे जागरूक पाठक हरि सिंह ने हमें दी थी। हम उनका आभार प्रकट करते हैं। साभार: नवभारत टाइम्स

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