नई दिल्ली,पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हुए आतंकी हमले की जांच करने वाले दल ने स्टेशन के अंदर ही तैनात एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस कर्मचारी पर हमले वाली रात आतंकवादियों की मदद करने का शक है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक आर्मी मिलिटरी एवं इंजिनियरिंग सर्विस (एमईएस) के इस कर्मचारी पर आतंकवादियों की मदद करने का आरोप है। इस कर्मचारी की हाल ही में एयरफोर्स स्टेशन पर तैनाती हुई थी। बताया जाता है कि आतंकवादियों ने जिस 11 फीट ऊंचे दीवाल को फांदकर एयरफोर्स स्टेशन दाखिल हुए थे वहां कि लाइटें खराब थी।
इतना ही नहीं यह बात भी पता चली है कि घुसपैठ के दिन एयरफोर्स स्टेशन की तेज रोशनी करने वाली तीन लाइटों को मोड़कर ऊपर की ओर कर दिया गया था जिससे दीवाल के आस-पास अंधेरा हो जाए। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है उस दायरे में आने वाले अन्य सभी लाइटें अपनी तय पोजिशन में थीं लेकिन इन तीन लाइटों को मोड़कर ऊपर की ओर कर दिया गया था जिसे कोई स्टेशन के अंदर का कर्मचारी ही कर सकता है।
वहीं टाइम्स ऑफ इंडिया मे छपि एक खबर के मुताबिक हमले वाली रात आतंकवादियों ने कुछ पाकिस्तानी नंबरों पर बातचीत की थी। अखबार ने उनमें से दो नंबर भी छापे हैं। इनमें से एक नंबर हमलावर आतंकियों में से एक आतंकी के मां की और दूसरा नंबर हमलावरों के आकाओं की है।
आतंकियों ने जो पहला फोन कॉल किया था वह रात करीब 9:12 बजे इस नंबर +92300097212 पर किया गया था। बातचीत के दौरान आतंकी उसे ‘उस्ताद’ के नाम से संबोधित कर रहे थे। बताया जाता है कि एयरफोर्स स्टेशन में दाखिल होने में देरी की वजह से वो इन पर नाराज भी था। यह फोन इनोवा कार ड्राइवर इकरार सिंह के फोन से किया गया था जिसे आतंकियों ने बाद में मार डाला था।
इसके अलावा दूसरा फोन कॉल इस नंबर +923017775253 पर किया गया था जो उनमें से एक आतंकी के मां का था। आतंकी इस नंबर पर जिस महिला से बात कर रहा था वह उनकी मां थी।’
साभार अमर उजाला