विज्ञापन के माध्यम से कमाई का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत सामाजिक नेटवर्किंग की साइट फेसबुक है। लक्षित विज्ञापन के रूप मे काम करना अर्थात जिस देश मे आप जीवन व्यतीत करते है और वहा की भाषा का प्रयोग कर रहे है व्यक्तिगत हितो के लिए पैकेज तैयार करके फेसबुक उसी देश की भाषा मे आपको दिखाता है। दर्शनीय स्थलो की यात्रा, शुल्की विश्वविधालय, संगीत कार्यक्रम यहा तक कि एक रेस्टोरेंट भी प्रचारक विज्ञापन दिखा सकता है।
इस आधार पर विज्ञापन के माध्यम से आपको प्रदर्शित लाभ फेसबुक कमाई करती है, फेसबुक की निगाह मे आपका एक निर्धारित मूल्य है। शायद आप यह बात जान कर अचंभित हो कि फेसबुक की निगाह मे अमेरिकी या कनाडाई उपभोक्ताओ का तिमाही मूल्य $ 13.54 है, जबकि यूरोप मे जीवन व्यतीत करने वाले व्यक्तियो का मूल्य $ 4.5 है जोकि उत्तरी अमेरिकी लोगो के मूल्य का एक तिहाई मूल्य है। दुनिया के बाकी देश जिनमे फेसबुक का विकास हो रहा है वहा के नागरिको का मूल्य मात्र $ 1.22 है।
गौरतलब है कि जो लोग एशिया और ओशिनिया द्वीप मे रहते है इस सामाजिक नेटवर्किंग पर उनके एक तिमाही का मूल्य 1.59 डॉलर है। अर्थात फेसबुक की निगाह मे एक भारतीय नागरिक का वार्षिक मूल्य 6.36 डॉलर है जबकि एक अमेरिकी नागरिक का वार्षिक मूल्य लगभग 60 डॉलर है। इसका मतलब यह है कि एक अमेरिकी नागरिक फेसबुक की निगाह मे 6 भारतीयो के बराबर है।
फेसबुक अधिक लाभकारी उपयोगकर्ताओ के विचारो पर आपना ध्यान केंद्रित करके अपने अंदर परिवर्तन करता है ताकि यह उपयोगकर्ता उसके ग्राहक बने रहे। इसके अलावा फेसबुक दुनिया के उपयोगकर्ताओ से एक बड़ी रक़म के रूप मे कारोबार करता है, क्या यह अच्छा नही है कि वह अपने स्वदेशी सामाजिक नेटवर्क का उपयोग करके अपने सामाजिक मूल्य को बनाए रखे और जो पैसा विज्ञापन के माध्यम से संयुक्त अमेरिका को जा रह है उसको सुरक्षित रखे। (hindkhabar)