चार्जिंग पर लगा कर लैपटॉप पर काम करना आम बात है. लेकिन ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है. इतना खतरनाक कि आप की जान भी जा सकती है.
ऐसा ही कुछ रांची निवासी निशांत केडिया के साथ हुआ. वे पिछले साल 9 दिसंबर, 2017 की रात को अपने लैपटॉप पर काम कर रहे थे. नींद आने पर लैपटॉप को चार्जिंग में लगा छोड़ दिया. कुछ देर बाद लैपटॉप में धमाका हुआ. जिसकी आवाज उनकी पत्नी ने सुनी.
पत्नी ने निशांत को आवाज दी लेकिन वे दरवाजा नहीं खोल पाए. आखिर में पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोला गया, फिर उन्हें जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. निशांत बुरी तरह झुलस गए थे. उनका चेहरा बुरी तरह से जल गया था.
ग्यारह दिनों तक रांची के ही एक नर्सिंग होम में इलाज के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में कई दिनों तक आईसीयू और वेंटिलेटर पर रखा गया. इस दौरान उनके चेहरे की 25 सर्जरी की गई.
डॉक्टरों ने बताया कि उनका पूरा चेहरा, शरीर का ऊपरी हिस्सा और पैर गंभीर तौर पर जख्मी हो गए थे. कान और नाक को भी व्यापक नुकसान पहुंचा था. इसके बाद उन्हें स्ट्रोक से भी गुजरना पड़ा था. निशांत खुद को बच जाने को किसी चमत्कार से कम नहीं मानते है.