मुरादाबाद- नेशनल हाईवे 24 दिल्ली रोड स्थित आईएफटीएम यूनिवर्सिटी में उस समय खलबली मच गयी जब हथियारों से लेस होकर आये विश्व हिन्दू महासंघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने यूनिवर्सिटी में घुसते ही हवाई फायरिंग शुरू कर दी, कैंपस में फायरिंग होते है दहशत का माहौल हो गया. बिलकुल फ़िल्मी अंदाज़ से विश्व हिंदू महासंघ का बैनर-हूटर लगी गाड़ियों में पहुंचे हमलावर दुस्साहसिक ढंग से प्रशासनिक भवन में जा घुसे और तोड़फोड़ शुरू कर दी। 40 राउंड फायर कर हमलावरों ने आतंक फैला दिया। गोलियों की गूंज से छात्र-छात्राएं कांप उठे।
छात्रों के मुताबिक सम्पूर्ण घटनाक्रम किसी फिल्म का मालूम हो रहा, हिन्दू संघटन के कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी दिखाते हुए स्टाफ तथा छात्रो को भी पीटना शुरू कर दिया जिससे यूनिवर्सिटी के छात्र भड़क और उन्होंने गुंडागर्दी कर रहे कार्यकर्ताओं को घेर घेरकर पीटना शुरू कर दिया तथा उनके हथियार छीन लिए. पुलिस ने मौके से सात हमलावरों को गिरफ्तार कर उनके हथियार व गाड़ियां जब्त की हैं। प्रो वीसी को बर्खास्त कर दिया गया है। कुलसचिव की ओर से प्रो वीसी व 50 हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
क्या था मामला ?
सौ करोड़ की धोखाधड़ी में कुलपति डा. आरएम दुबे के दो बेटों के जेल जाने के बाद चांसलर ने कुलपति व उनके तीसरे बेटे प्रति कुलपति डा. मोहित दुबे के अधिकार छीन लिए थे। मोहित दुबे के आफिस आने पर भी रोक थी। अरसे बाद मोहित दुबे सोमवार को अपने आफिस पहुंचे। इसके थोड़ी देर बाद ही आठ गाड़ियों में सवार होकर 40-50 हथियारबंद हमलावर यूनिवर्सिटी में दनदनाते हुए घुस आए। पहले इन्होंने प्रो वीसी के आफिस में चाय पी। फिर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। जिससे कैंपस में अफरातफरी मच गई।
तोड़-फोड़ और फायरिंग से मची अफरा-तफरी- तोड़फोड़ और फायरिंग से छात्र- छात्राओं में चीख पुकार मच गई। गोलियों की तड़तड़ाहट से हाईवे भी गूंज उठा। हमलावरों ने स्टाफ व छात्राें को भी पीटना शुरू कर दिया। जिससे भड़के स्टाफ और छात्रों ने हमलावरों को घेरकर पीट लिया। सात हमलावरों को दबोचकर उन्हें जमकर पीटने के बाद पुलिस को सौंप दिया। छात्रों ने हमलावरों की चार बंदूक और एक रायफल भी छीन ली।
कुल सचिव संजीव अग्रवाल ने पाकबड़ा थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि हमलावर प्रो वीसी के बुलावे पर आए थे। पुलिस ने खुद को विश्व हिंदू महासंघ का मीडिया प्रभारी बताने वाले रविंद्र राघव समेत सात लोगों को बवाल, कातिलाना हमले समेत विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया है। बर्खास्त प्रो वीसी मोहित दुबे का कहना है कि उन्हाेंने हमलावरों को नहीं बुलाया था।
प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा ?
आइएफटीएम मे तोड़फोड़ और फायरिंग की घटना मे संगठन का नाम आने पर प्रदेश अध्यक्ष ने कड़ी कार्रवाई करते हुए मुरादाबाद को इकाई का भंग कर दी है। बंदूक चलाने वाले पदाधिकारियो को तत्काल प्रभाव से संगठन से बाहर कर दिया गया है। प्रजापति ने गोरखपुर से फोन पर हुई वार्ता मे कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ और संगठन के नाम पर कोई अनुशासनहीनता नही कर सकता है। ऐसे लोगो का संगठन मे कोई स्थान नही है।
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Posted by Ali Akbar on 13 ಡಿಸೆಂಬರ್ 2017
Posted by Ali Akbar on 13 ಡಿಸೆಂಬರ್ 2017