लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड के एग्जाम मंगलवार से शुरु हो चुके हैं। इसी बीच एक Video वायरल हो रहा है। जिसमे मऊ जिले में स्थित एक प्राइवेट स्कूल का प्रिंसिपल बच्चों को नकल करने के नुस्खे बता रहा है। प्रिंसिपल को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, वीडियो में प्रिंसिपल प्रवीण मल कह रहा है कि ‘मैं चुनौती दे सकता हूं कि मेरा कोई भी छात्र कभी भी फेल नहीं होगा। उन्हें डरने की कोई बात नहीं है।’ वीडियो में वह कह रहे हैं, ‘आप आपस में बात कर सकते हैं और पेपर दे सकते हैं। किसी के हाथ न लगाएं। आप एक दूसरे से बोलते हैं … यह ठीक है। डरो मत। आपके सरकारी स्कूल परीक्षा केंद्रों के शिक्षक मेरे मित्र हैं। यहां तक कि अगर आप पकड़े जाते हैं और कोई आपको एक या दो थप्पड़ मारेगा तो डरें नहीं।’
वह कहते है, ‘कोई भी जवाब नहीं छोड़ना। अपनी आंसरशीट में 100 रुपये का नोट रख देना। टीचर आंख बंद करके नंबर देंगे। अगर आपने किसी प्रश्न का गलत जवाब दिया और वह चार नंबर का था, तो आपको तीन नंबर मिल जाएंगे।’ इसके बाद वह अपना भाषण ‘जय हिंद, जय भारत’ के नारे लगाकर खत्म कर देता है।
#WATCH Mau: Manager of Harivansh Memorial Inter College gives instructions to students appearing in state board examination; says 'write your exam with the help of cheating and maintain discipline when your 'chit' is caught'. (18.02) pic.twitter.com/nMeiUQmQai
— ANI UP (@ANINewsUP) February 20, 2020
इस बार बोर्ड की परीक्षा में 56 लाख सात हजार 118 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा में इस बार नकल रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे वॉइस रिकॉर्डर के साथ लगाए गए हैं। परीक्षा केंद्रों की लखनऊ में बनाए गए कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग हो रही है। परीक्षा में सख्ती को देखते हुए इस बार पंजीकरण करने वाले छात्रों की संख्या में गिरावट आई है। आंकड़ों की मानें तो पिछले साल के मुकाबले इस साल 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण करने वाले छात्रों की संख्या में 1,69,980 गिरावट दर्ज की गई है।
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा, “परीक्षा छोड़ने वाले छात्रों की संख्या और ज्यादा हो सकती है, क्योंकि कई जिलों से रिपोर्ट अभी नहीं आई है। बीते साल परीक्षा के पहले दो दिनों के बाद सिर्फ 40,392 छात्रों ने ही पेपर छोड़ा था। इस आंकड़े में 20,674 छात्र शामिल हैं, जो 2019 में पहले दिन परीक्षा देने नहीं पहुंचे थे।” उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि ये वे छात्र हैं, जिन्होंने कई जिलों से यूपी बोर्ड की परीक्षा में आवेदन किया था। उन्होंने कहा, “इन छात्रों ने एक जिले से परीक्षा दी और दूसरे जिलों को छोड़ दिया।”