संजय लीला भंसाली निर्देशित ‘पद्मावत’ को लेकर रिलीज से पहले ही राजपूत संगठन हिंसा पर उतर आए है. ‘पद्मावत’ को लेकरकरणी सेना के कार्यकर्ताओं ने बिहार में मुजफ्फरपुर के एक सिनेमा हॉल में जमकर तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर तक फाड़ डाले.
इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद में राजपूत समाज की ओर से हाईवे जाम करने की खबरें हैं. सड़क पर जाम के दौरान तोड़-फोड़ और आगजनी भी की गई है. इससे पहले राजस्थान के कई इलाकों में भी सड़क पर जाम लगाकर पद्मावत का विरोध किया गया.
राजपूत करणी सेना के चीफ लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा, ‘पूरे देश के सामाजिक संगठनों से अपील करूंगा कि पद्मावत चलनी नहीं चाहिए.’ ध्यान रहे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब पद्मावत को 25 जनवरी को देश भर में रिलीज होना है. हालाँकि राजपूत संगठनों का कहना है कि वे अपने फैसले पर अडिग हैं तथा कानून व्यवस्था संभालने का जिम्मा सरकार का है.
बता दें कि गुरुवार को चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया की बेंच ने पद्मावत पर चार राज्यों के बैन को असंवैधानिक करार देते हुए कहा, क़ानून व्यवस्था बनाना राज्यों की जिम्मेदारी है. यह राज्यों का संवैधानिक दायित्व है.
फिल्म पर बैन की आलोचना करते हुए कोर्ट ने कहा, फिल्म पर बैन लगाना, संविधान की आर्टिकल 21 के तहत लोगों को जीवन जीने और स्वतंत्रता के अधिकार का हनन है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, इस नोटिफिकेशन से आर्टिकल 21 के तहत मिलने वाले अधिकारों का हनन होता है.