उत्तर प्रदेश के बागपत से चली ट्रेन में तीन मुस्लिम मौलवियों के साथ पहले तो बेदर्दी के साथ पिटाई की गई, फिर उन्हें चलती ट्रेन से फेंक दिया गया.
अहेड़ा गांव के रहने वाले तीनो मोलवी बुधवार रात एक पैसेंजर ट्रेन से दिल्ली से वापस लौट रहे थे. इस दौरान उनसे ट्रेन में जमकर लोहे की रॉड से मारपीट की गई. रात करीब पौने एक बजे के करीब उन्हें चलती ट्रेन से फेंक दिया. जिससे तीनों को गंभीर चोटें आई हैं.
पीड़ितों में शामिल मौलवी इसरार ने बताया, “हम ऊपर वाली सीट पर बैठे थे. स्टेशन आने से पहले निचली सीट पर बैठे लोगों ने खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए. हमने पूछा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “जल्द ही इसकी वजह पता चल जाएगी.’ और फिर वे हमें पीटने लगे.”
बागपत कोतवाली प्रभारी डी कुमार ने बताया कि तीनो की तहरीर के आधार पर पांच-छह अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. थाना प्रभारी के अनुसार मामला रेलवे पुलिस क्षेत्र का है इसलिए मुकदमा बागपत रेलवे पुलिस को स्थानान्तरित किया जा रहा है.
घायलों में इसरार और गुलजार अहेड़ा गांव के एक मदरसे में बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. बुधवार को तीनों बागपत से दिल्ली मरकज मस्जिद को देखने गए थे.