लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के चेयरमैन शाहनवाज़ आलम की सोमवार रात यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में देर रात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू, कांग्रेस विधान मंडल की नेता आराधना मिश्रा मोना, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान समेत तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता हजरतगंज कोतवाली पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया और गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करके घटना की निंदा की है। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘देखिए किस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमारे अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष को रात के अंधेरे में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्ते के लिए जेल में रखा। ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा “कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश पुलिस को दमन का औज़ार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं। कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।”
… में उठाया। पहले फर्जी आरोपों को लेकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष को चार हफ़्तों के लिए जेल में रखा।
ये पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है।
कांग्रेस के सिपाही पुलिस की लाठियों और फर्जी मुकदमों से नहीं डरने वाले।.. 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 30, 2020
इस मामले में लखनऊ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी दिनेश सिंह ने कहा, “पूरी जांच-पड़ताल के बाद हमने आलम को गिरफ्तार किया है। परिवर्तन चौक पर सीएए विरोधी प्रदर्शन में हिं’सा को लेकर की जांच में उनका नाम सामने आया है। हम तभी किसी को गिरफ्तार करते हैं जब हमारे पास उसके खिलाफ सबूत हो।”