देश में इस बार गेंहू की बंपर पैदावार हुई है। लेकिन ये किसी गरीब के पेट जाने के बजाय सड़ रही है। ताजा मामला मध्य प्रदेश का है। जहां बारिश की वजह से ढाई सौ क्विंटल गेहूं सड़ गया। इतना ही नहीं इस सड़ गए गेहूं को ठिकाने लगाने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल करना पड़ा।
सिवनी के गणेशगंज सोसाइटी में ढाई क्विंटल गेहूं बारिश के पानी में भीगकर सड़ गया. बदबू की वजह से आसपास के लोगों को काफी मुश्किल हो रही थी। ऐसे में इस गेहूं को हटाने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया गया, बाद में ट्रैक्टर में लादकर इस गेहूं को हटाया गया।
सबसे ज्यादा गेंहू उपार्जन करने का दावा करने वाले मप्र में आपके टैक्स के पैसे का इस्तेमाल, ये तस्वीर है सिवनी की जहां बारिश में भीगा गेहूं लगभग ढाई सौ क्विंटल गेंहू सड़ा जेसीबी से उठाकर ठिकाने लगाया गया @ndtvindia @ChouhanShivraj @GSRajput_18 @KisanSatyagrah @Devinder_Sharma pic.twitter.com/7kS7raCoTn
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 26, 2020
इससे पहले छिंदवाड़ा के खमरा सेवा सहकारी समिति की भी तस्वीरे सामने आई थी। जहां बारिश के चलते कई क्विंटल खुले में रखा होने के कारण सड़ गया था। हालांकि मीडिया के कैमरों के पहुँचने की खबरों के साथ ही आनन-फानन में समिति प्रबंधक ने गेहूं को एक जगह से दूसरे शेड में शिफ्ट कराया और बोरे भी बदले।
रिकॉर्ड खरीद के क्या मायने जब जनता की जेब से जमा टैक्स के पैसों से खरीदा गेंहू बारिश में सड़ा दिया जाए! @ChouhanShivraj @CMMadhyaPradesh @OfficeOfKNath @irvpaswan @ndtvindia #lockdownextended #COVID19India #COVID19 @INCIndia @INCMP pic.twitter.com/NBfgOhK0Xd
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 21, 2020
समिति प्रबंधक की ये मेहनत भी बेकार गई। अब इन बोरो से गेहूं की सड़ने की बदबू आ रही है। हालांकि इस मामले में जब मीडिया ने कलेक्टर से बात करनी चाही तो कलेक्टर ने पल्ला झाड़ते हुए जिले में गेहूं खराब होने की बात से ही इंकार कर दिया।