मॉरिशस की राष्ट्रपति अमीना गरीब फकीम देवा शरीफ स्थित सैयद हजरत हाजी वारिस अली शाह के दर पर जियारत के लिए पहुंची. उन्होंने दरगाह पर चादर पेश कर दुआ की। मजार पर चादर चढ़ाने के बाद राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा कि कोई भी धर्म आतंकवाद का सबक नहीं सिखाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘सूफी संत शांति का संदेश देते हैं। कोई भी धर्म आतंकवाद का सबक नहीं सिखाता है। आतंकवादी का कोई धर्म-मजहब नहीं होता है। उन्होंने कहा कि अशांति कोई पसंद नहीं होता।
राष्ट्रपति ने महिलाओं के संबंध में कहा कि अगर महिलाओं को समाज का सहयोग मिलता रहे तो वह महिलाएं आगे बढ़ सकती हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए समाज के लोगों को सहयोग करना चाहिए।
रगाह परिसर में करीब एक घंटे तक रुकीं राष्ट्रपति जब देवा से जाने लगीं तो कहा कि वह चाहती हैं कि भारत देश में अमन-चैन कायम रहे।
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