महाराष्ट्र राज्य सरकार में भाजपा के आदिवासी कल्याण मंत्री विष्णु सावरा का कुपोषण से हुई आदिवासी बच्चों की मौत पर शर्मनाक बयान आया हैं. सावरा ने कहा- ‘अरे भाई मर गए तो मर गए न. अब उसका क्या? कोशिश इसके आगे ऐसा न हो ये है’।
गुरुवार शाम को सावरा पालघर जिले के दौरे पर गए तो नाराज आदिवासियों ने उन्हें घेर लिया। लोगों ने पूछा कि सिर्फ 2016 में कुपोषण से छह सौ बच्चों की मौत हो गई है। आपने हमारे लिए क्या किया है? इस पर सावरा ने कहा, “तो क्या हो गया? सरकार अपना काम कर रही है। योजनाओं पर अमल हो रहा है।”
मंत्रीजी के इस व्यवहार से नाराज ग्रामीणों ने सावरा को गाँव से बाहर जाने के लिए कह दिया। ग्रामीणों ने कहा आप सिर्फ फोटो खिंचवाने आए हैं। आप चले जाइए।
ग्रामीणों द्वारा भी विरोध किए जाने पर सावरा ने कहा कि यदि आपको मेरा आना पसंद नहीं है, तो मैं नहीं आऊंगा। एनसीपी द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार इस इलाके में अभी तक 600 आदिवासी बच्चों की कुपोषण से मौत हो चुकी है।