रायपुर | दुनिया में तेजी से बढती तकनीक और रोज नए आयाम छूती मेडिकल साइंस तब अपने आपको असहाय समझती होगी जब कोई अंधविश्वास के कारण तंत्र मन्त्र की विधा को सबसे ऊपर समझने लगता है. हमारे प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की बात करते है और लोग तंत्र मन्त्र के चक्कर में पड़ अपना सब कुछ गँवा बैठते है. रोज ऐसी खबर सुनने को मिल जाती है जिसमे तांत्रिक के फेर में पड़कर लोग अपनी संपत्ति यहाँ तक की अपनों की जान भी गँवा बैठते है.
उत्तराखंड के रायपुर में भी चार साल पहले ऐसी ही घटना हुई थी. उस समय रायपुर की रहने वाली सावत्री अपनी छह साल की बेटी को लेकर बुखार होने के बाद अस्पताल ले जा रही थी. लेकिन रास्ते में ही एक तांत्रिक राजकुमार लामा के बहकावे में आकर उसके साथ चल देती है. राजकुमार, सावत्री को बहकता है की वो उसकी बेटी का बुखार अपनी तंत्र विधा से उतार सकता है.
तांत्रिक का यकीन कर सावत्री अपनी बेटी उसको सौप देती है. राजकुमार, सावत्री और उसकी बेटी को लेकर ब्राहमणवाला खाला के एक मंदिर में ले जाता है. यहाँ तांत्रिक , सावत्री को बाहर ही रूकने के लिए कहता है. आरोप है की तांत्रिक ने सावत्री की लड़की के साथ दरिंदगी की. उसके सारे शरीर को गर्म चिमटे से गोदा गया. इसकी वजह से बच्ची की तबियत और ख़राब हो गयी. इससे घबराकर तांत्रिक बच्ची को वही छोड़कर फरार हो गया.
तडपती हुई बच्ची को उसकी माँ अस्पताल लेकर जाती है लेकिन रास्ते में ही वो दम तोड़ देती है. सावत्री के पति सत्यवान ने अप्रैल 2012 को राजकुमार लामा के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में कोर्ट ने सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुनाया. करीब 8 गवाहों की गवाही के बाद अदालंत ने राजकुमार को दोषी पाया और उसे चार साल कारावास की सजा सुनाई. इसके अलावा कोर्ट ने राजकुमार के ऊपर 15 हजार का जुर्माना भी लगाया है. राजकुमार मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है.