आसनसोल: रामनवमी के मौके पर सांप्रदायिक ताकतें भले ही लोगों के घरों, मकानों और दुकानों को जलाने में कामयाब हुई हो. लेकिन वे दोनों समुदायों के बीच भाईचारे को नहीं मिटा सकी.
इस भाईचारे का नजारा उस वक्त देखने को मिला जब एक मुस्लिम व्यापारी ने आपसी सौहार्द्र मिसाल पेश करते हुए हिंसा की भेंट चढ़ चुके 12 हिंदुओं को आर्थिक सहायता मुहैया कराई.
कुरैशी मोहल्ला के रहने वाले व्यापारी हाजी नहनाने खान ने प्रत्येक को 10 हजार रुपए की सहायता मुहैया कराई. उन्होंने कहा, ‘हम यहां पिछले कई सालों से साथ में ही बिजनस कर रहे थे. मैंने केवल अपनी तरफ से छोटी सी मदद ही की है. मैं विश्वास करता हूं कि अन्य इलाकों में रह रहे लोग भी अपने पड़ोसियों की मदद के लिए आगे आएंगे.’
पान की दुकान लगाने वाले उमाशंकर गुप्ता, मनोज यादव और निरंजन शॉ ने खान की तारीफ करते हुए कहा, ‘हिंसा की भेंट चढ़ने के बाद हमारे पास बिजनस शुरू करने के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में खान हमारे दुकानों पर आए और निराश नहीं होने की बात कही. उन्होंने हमारी आर्थिक सहायता की.’
इसी के साथ आसनसोल के मेयर जितेन्द्र तिवारी ने भी मृतकों के लिए 2 लाख का मुआवजा देने के साथ ही 10 हजार की सहायता उन लोगों को भी देने का ऐलान किया, जिनकी संपत्तियों का नुकसान हुआ है.