भगवान श्रीराम चन्द्र जी के जन्म दिवस के रूप में देश भर में बड़ी श्रद्धा के साथ रामनवमी का त्योहार मनाया गया. लेकिन राजस्थान के जोधपुर में हिन्दू कट्टरपंथी संगठनों ने रामनवमी के इस त्योहार को कलंकित किया.
नारी सम्मान को लेकर लंका में घुसकर रावण को सज़ा देने वाले राम के जन्मदिवस पर हैवान शम्भूलाल का महिमामंडन किया गया. जिसने कथित तौर पर अपनी मुंहबोली बहन के साथ मुंह काला किया और अपने कुकर्म छुपाने के लिए मुस्लिम बुजुर्ग मुहम्मद अफ्जरुल की हत्या की.
जोधपुर में हिन्दू कट्टरपंथी संगठनों ने रामनवमी के जुलुस में बकायदा शम्भूलाल की एक झांकी निकाली. जिसमे उसे हिन्दुओं की बहन का रक्षक बताया गया. जबकि पुलिस जाँच में सामने आ गया कि वह खुद बहनों की इज्जत लुटने वाला हैवान था.
पुलिस की और से अदालत में दाखिल चार्जशीट में है कुर्मों की दास्तान
400 पन्नों की चार्जशीट में कथित हिन्दू ह्रदय सम्राट शंभूलाल रेगर के कुर्मों की दास्तान है. जिसे सुनकर भाई-बहन के पवित्र रिश्तें पर से भी लोगों का भरोसा उठ जाए. चार्जशीट के अनुसार, शंभूलाल जिस लड़की को अपनी बहन बताता था. उस लड़की के साथ उसके नाजायज संबंध थे. इन नाजायज संबंधो को छुपाने के लिए उसने अफ्जरुल की हत्या कर लव जिहाद का ढोंग रचा था.
शंभूलाल के न केवल अपनी इस बहन से अवैध संबंध थे. बल्कि वह उसे वेश्यावृति भी कराया करता था. एक बार लोन दिलाने के बहाने एक बैंक मैनेजर के घर ले गया. जहां पार्टी हो रही थी. शंभुलाल ने वहां जाकर लड़की से कहा था कि बैंक मैनेजर को खुश कर दे, तेरा लोन पास हो जाएगा.
चार्जशीट के मुताबिक़, शंभूलाल के नाजायज संबंधो के बारें में बंगाल के रहने वाले लेबर बल्लू शेख और उसके दोस्त अज्जू शेख को पता था. दरअसल, उसकी यह भं बल्लू शेख के साथ भाग गई थी. पर जब वो वापस राजसमंद आई तो रैगर ने उसे भी अपने घर में रखा था. इसके अलावा उसके एक और महिला के भी अवैध संबंध थे. जो पेशे से नर्स थी.
इस नर्स ने एक बार दोनों बहन-भाई को एक साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिसके बाद से तीनों के विवाद पैदा हुआ था. जिसके बाद शंभूलाल और नर्स का जोरदार झगड़ा भी हुआ था. चार्जशीट के मुताबिक, शंभूलाल के घर से अपनी बेटी को वापस लाने के लिए उसकी मां ने समाज की पंचायत भी बुलाई थी. समाज के लोगों ने शंभूलाल रैगर पर 10 हजार का दंड लगाया और महिला को छोड़ने को कहा.
राजसमंद के सीओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि वो अज्जू शेख नाम के किसी व्यक्ति को मारना चाहता था. क्योंकि शंभूलाल जिस लड़की को बहन मानता था, अज्जू शेख उसके संपर्क में था.