हरियाणा के गुरुग्राम में बीते दिनों हिंदूवादी संगठनों की ओर से मुस्लिमों को शुक्रवार की नमाज पढ़े जाने से रोके जाने का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मुस्लिमों को मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ने की बात कही.
तो वहीँ दूसरी और अब वक्फ बोर्ड ने भी अपनी सरकार से अपनी जमीनों की वापसी की मांग कर दी है. हरियाणा वक्फ बोर्ड ने गुरुग्राम के जिला प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी 20 संपत्तियों से अतिक्रमण हटवा कर संपति सौंपने की बात कही है.
गुड़गाँव में गैर प्रांत कामगार मुसलमानों की एक अनुमानित तादाद करीब चार से पांच लाख है. लेकिन वे सभी गुड़गाँव के बाहर से आए हुए जिन्हें नमाज़ के लिए पार्क या सरकारी जगहों का इस्तेमाल करना पड़ता है.
बता दें कि इससे पहले अनिल विज ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, ‘कभी-कभार अगर किसी को जरूरत पड़ जाती है तो धर्म की आजादी है लेकिन किसी जगह को कब्जा करने की नीयत से नमाज पढ़ना गलत है. उसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है.’
वहीँ सीएम खट्टर ने कहा था कि ‘यह हमारी ड्यूटी है कि कानून और व्यवस्था को बनाए रखा जाए. खुले में नमाज पढ़ने का प्रचलन बढ़ा है. सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने की बजाय मस्जिद और ईदगाह में जाना चाहिए.’