बिहार के दरभंगा में शुक्रवार को हुई बीजेपी नेता के पिता की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि बीजेपी नेता के पिता की हत्या मोदी चौक नाम रखने की वजह से नहीं हुई है. इस हत्या के पीछे भूमि विवाद है.
दरभंगा एसएसपी सत्यवीर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपनी निजी जमीन को नरेंद्र मोदी चौक का नाम दिया था. एसएसपी ने आगे कहा कि मृतक के बेटे को घायल करने के लिए बैटन (सौटा या रॉड) का इस्तेमाल किया गया था. गांव में कोई तनाव नहीं है.
इससे पहले कहा जा रहा था कि बलहा पंचायत के भदवा गांव स्थित चौराहे पर नरेंद्र मोदी चौक का बोर्ड लगाने पर भाजपा कार्यकर्ता व चाय-पान की दुकान चलाने वाले तेजनारायण यादव के पिता रामचंद्र यादव (62) की गुरुवार की रात कुछ लोगों ने धारदार हथियार से काट कर हत्या कर दी थी. इस घटना में तेजनारायण के भाई कमलेश यादव (35) भी गंभीर रूप से घायल हुए. घायल कमलेश का डीएमसीएच में इलाज चल रहा है. इस दर्दनाक हत्या का आरोप महागठबंधन समर्थक लोगों पर लगाया जा रहा था.
पुलिस अधीक्षक की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ती में भी यह स्पष्ट हो चुका है कि मृतक के बेटे और बीजेपी नेता कमलदेव और तेज नारायण यादव का आरोपी कमलेश यादव के साथ पहले से ही घरारी जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और दिलीप पासी नाम के शख्स से उसकी पहले से ही दुश्मनी थी. पुलिस की यह विज्ञप्ती तेजनारायण यादव की पत्नी सुशीला देवी के बयान के आधार पर है.
रामचंद्र यादव की बहू और तेजनारायण यादव की पत्नी सुशील ने बयान में कहा कि इनके ससूर रामचंद्र यादव और देवर भोला यादव उर्फ कमलदेव यादव को दिलीप पासी और कमलेश यादव ने अपने आदमियों को भेजकर हमला करवाया और ससूर को मरवा दिया.
It was due to an old land dispute & has no connection with naming of chowk, they named their private land as Narendra Modi Chowk. Batons were used to injure the deceased's son. There is no tension in the village: Satya Veer Singh, SSP on killing of man in Darbhanga #Bihar pic.twitter.com/7g9Chgw21J
— ANI (@ANI) March 17, 2018
पुलिस के अनुसंधान में घायल भोला यादव उर्फ कमलदेव यादव ने बयान दिया कि कमलेश यादव एवं उसके परिवार के साथ पहले से ही जमीन का विवाद चल रहा था और उन्हीं लोगों के द्वारा साजिश करके कुछ अज्ञात हमलावरों को भेजकर घटना कराई गई.