मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से कथित तौर पर सिमी सदस्यों की फरारी और फिर शहर से आठ किमी दूर हुए एनकाउंटर को लेकर विधानसभा में सवाल उठे तो सरकार की और से गोलमोल जवाब देकर सवालों को टाल दिया गया.
बुधवार को विधानसभा में विपक्ष ने इस मुद्दें पर कांग्रेस विधायक मुकेश नायक ने पूछा था कि भोपाल सेंट्रल जेल में 30 अक्टूबर की रात जेल के भीतर और बाहर सुरक्षा, निगरानी व पहरे पर कुल कितने सुरक्षा कर्मचारी तैनात थे? साथ ही उन्होंने सवाल किया कि जेल में लगे कितने सीसीटीवी कैमरे चालू हालत में थे ?
कांग्रेस विधायक के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस बारें में न्यायिक जांच के बाद ही फरारी की घटना का कारण स्पष्ट हो पाएगा.
वहीँ कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने सिमी सदस्यों की जेल से फरारी, उनकी फरारी का रास्ता, फरार होने का समय और उनके कथित एनकाउंटर को लेकर जानकारी जाननी चाही तो सरकार की और से इसे ‘विशिष्ट तथ्य’ बताकर जानकारी देने से मना कर दिया गया.