
शामली – पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जनपद की 10 नगर निकायों की सीटों पर भाजपा खाता तक भी नहीं खोल पाई थी, जिसे देख सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री और नेताओं ने प्रशासनिक अमले की मिलीभगत के कारण बनत पंचायत की मतगणना में हंगामा कर दिया। आरोप है कि भाजपा नेताओं और मंत्रियों ने प्रशासन से सांठ गांठ करके निर्दलीय प्रत्याशी को थाने में भेज दिया। और उसके बाद भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया।
इसे लेकर क्षेत्र में आक्रोश है, निर्दलीय प्रत्याशी ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाने की धमकी दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को शामली के नवीन मंडी स्थल पर 29 नवंबर को संपन्न हुए निकाय चुनावों की मतगणना हो रही थी, जिसके आखिरी राउंड तक निर्दलीय उम्मीदवार वजाहत खान भाजपा प्रत्याशी राजीव कुमार से 219 वोटों से आगे चल रहे थे।
इसी दौरान भाजपा नेताओं ने वहां पर हंगामा कर दिया, आरोप है कि इस हंगामे के दौरान ही प्रशासन भाजपा के साथ मिल गया और निर्दलीय प्रत्याशी और उनके एजेंट को हिरासत में ले लिया, और उन्हें थाने ले जाकर बैठा दिया, और हार रहे भाजपा प्रत्याशी राजीव कुमार को 55 वोटों से विजयी घोषित कर दिया गया।
ऐसे में क्षेत्र में सत्तारूढ़ पार्टी के साथ मिलकर प्रशासन ने मिलकर निर्दलीय प्रत्याशी को हराने की चर्चा आम है, और सवाल उठ रहे हैं, एक सवाल यह भी है कि जब हंगामा हुआ था तो सिर्फ निर्दलीय प्रत्याशी को ही हिरासत में क्यों लिया गया और भाजपा प्रत्याशी को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया।
Posted by Maroof J. Chauhan on 3 ಡಿಸೆಂಬರ್ 2017
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