तिरुवनंतपुरम: केरल बीते 100 साल की सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है। राज्य की 1/6 आबादी राहत केंपों में रहने को मजबूर है। इन लोगों के पास न तो कुछ खाने को है और नहीं कुछ पीने को। ये सभी आर्थिक मदद और राहत सामग्री पर निर्भर है। बावजूद कुछ लोग ऐसे भी है जो इन लोगो से छिन अपना घर भरना चाहते है।
जानकारी के अनुसार, वायनाड जिले में राहत सामग्री का गबन करने के आरोप में दो गिरफ्तार किया गया है। आईएएनएस के अनुसार, एक अन्य वरिष्ठ सरकारी अफसर की शिकायत पर यह कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
शिकायत के अनुसार, एस. थॉमस और एम.पी. दिनेश को बाढ़ से प्रभावित गांवों में राहत-सामग्री बांटने की जिम्मेदारी मिली थी। मगर दोनों अफसर राहत-सामग्री को किसी और जगह भेजकर गबन कर रहे थे। लेकिन इसी बीच बाढ़ पीड़ितों को इसका पता लग गया और वे भड़क उठे।
दोनों अफसर पनामाराम गांव में राहत सामग्री को वाहनों के जरिए दूसरी जगह भेज रहे थे। लेकिन बाढ़ पीड़ितों ने उन्हे रंगे हाथों पकड़ लिया।दोनों ने दावा किया कि वे सामग्री को गांव के दूसरे शिविर में ले जा रहे थे, मगर इस जवाब से शिविरार्थी संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने पुलिस को बुला लिया।
पूछताछ में पता चला कि अफसर झूठ बोल रहे हैं.इस बीच चेंग्गनूर में भी ऐसी घटना होने की सूचना मिली है, जहां आरोपी एक अस्थाई सरकारी अधिकारी था।