मेरठ. जेल से रिहा होकर आए भीमआर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने राजनीति में आने के लिए संभावना तलाशना शुरू कर दी है। वह अब दलित+मुस्लिम गठजोड़ को साथ लाने की कवायद में जुट चुके है। चंद्रशेखर स्वयं कह रहे हैं कि भाजपा शासनकाल में दलितों व मुस्लिमों पर अत्याचार हो रहे हैं।उनका कहना है कि जहां मुसलमानों का पसीना बहेगा, वहां वे अपना खून बहाने के लिए भी तैयार हैं।
ऐसे में अब अंसारी समाज ने भीम आर्मी प्रमुख से मिलकर समर्थन देने की बात कही है। गुलफाम ऑल इण्डिया मोमिन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय महासचिव गुलफाम अंसारी ने चन्द्रशेखर से मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव में भीम आर्मी को समर्थन देने की घोषणा की।
अंसारी ने कहा कि चंद्रशेखर ने अभी चुनाव लड़ने या किसी के समर्थन की कोई इच्छा जाहिर नहीं की है। लेकिन हम चंद्रशेखर के साथ हैं। आज भीम आर्मी और मोमीन दोनों ही भाजपा के राज में प्रताड़ित हो रहे हैं। ऐसे में दोनों को एक मंच पर आना निहायत ही जरूरी है।
उधर जब कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद, चौधरी मेहरबान आलम, बेहट विधायक नरेश सैनी व देहात विधायक मसूद अख्तर मिलने के लिए शब्बीरपुर पहुंचे तो चंद्रशेखर ने इमरान की तरफ इशारा करते हुए आर्मी के लोगों से कहा था कि इस चेहरे को अच्छी तरह से पहचान लो। बुरे वक्त में इन्होंने मेरा साथ दिया है। जहां इनका पसीना बहेगा मैं वहां अपना खून बहाने के लिए तैयार हूं।
सोमवार को मुजफ्फरनगर से आए खलीलुर्रहमान, मुकीम अहमद व सिराज हुसैन से भी चंद्रशेखर ने कहा कि मुस्लिम भाई मेरी रिहाई के लिए लगातार दुआएं करते थे। हम एक साथ खड़े हो जाएंगे तो अत्याचार से मुक्ति मिल जाएगी।