हैवानियत: ‘चंद्रग्रहण पर 3 महीने की बच्ची को चुराकर दे दी उसकी बलि’

देश के बहुसंख्यक समुदाय द्वारा आस्था के नाम पर मासूम बच्चों की जान लेने का रिवाज अब भी रुकने का नाम नही ले रहा है. हैदराबाद पुलिस ने एक शादीशुदा जोड़े को 3 महीने की बच्ची को चुराकर उसकी बलि देने के जुर्म में गिरफ्तार किया है.

पेशे से कैब ड्राइवर केरुकोंडा राजशेखर ने अपनी पत्नी श्रीलता के साथ मिलकर फुटपाथ से एक भिखारी की बेटी को चुराया. उसके बाद उसे लेकर प्रतापसिंग्राम पहुँच गया. वहां पर उसने चंद्रग्रहण की रात को बच्ची का सिर कलम कर दिया.

इसके बाद वह बच्ची का सिर वापस अपने घर लेकर आ गया और बच्ची के शव को नदी में बहा आया. घर पहुंचने के बाद राजशेखर ने 3 बजे सुबह कटे हुए सिर के साथ क्षुद्र पूजा (काला जादू) शुरू की  इस दौरान उसकी पत्नी भी वहां मौजूद थी.

पुलिस के मुताबिक़ इसके बाद राजशेखर कटे हुए सिर को अपने घर के बालकनी में ले गया. यहां पर उसने इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखा, इस दौरान चंद्रग्रहण की रोशनी उस पर पड़ रही थी साथ 4 बजे सुबह सूर्योदय का प्रकाश भी निकल रहा था.

पुलिस के मुताबकि तांत्रिक ने उससे कहा था कि चंद्र ग्रहण और सूर्योदय की रोशनी 24 घंटे तक कटे हुए सिर पर पड़ती रहनी चाहिए. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब 1 फरवरी को राजशेखर की सास बालकनी से कपड़े उठाने गई. पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

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