राजस्थान के राजसमंद जिले में 56 वर्षीय मुस्लिम बुजुर्ग मोहम्मद अफरजुल की हत्या को लव जिहाद का रूप देकर मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है. लेकिन वास्तव में इस हत्याकांड की वजह लव जिहाद नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बनाया गया नफरत का माहौल है.
या इस पुरे जघन्य हत्याकांड को लव जिहाद का बदला बताकर कुछ लोग न्यायोचित ठहराना चाहता है. लेकिन आपको बता दें कि पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि यह कोई लव जेहाद का मामला नहीं है. हत्यारे शंभुलाल रेगर के परिवार या रिश्तेदारी में किसी भी युवती ने किसी मुस्लिम से शादी नहीं की.
आईजी आंनद श्रीवास्तव लव जिहाद के मामले पर कहना है कि इस तरह का कोई मामला नहीं है. इसे सीधे-सीधे लव जिहाद से जुड़ा मामला नहीं कहा जा सकता, क्योंकि हाल के समय में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. इसके परिवार के साथ भी ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.
पुलिस के अनुसार, समुदाय विशेष के खिलाफ इस हत्याकांड का प्रमुख कारण है. शंभू दिन भर कट्टर हिन्दुत्ववादी और साम्प्रदायिक वीडियो देखा करता था. जिनमे राष्ट्रवाद के ऊपर साम्प्रदायिक भाषण, लव जिहाद, इतिहास से छेड़छाड़, पीके और पद्मिनी जैसी फिल्में, कश्मीर में धारा 370, सेना पर पत्थरबाजी, सैनिकों के सर काट कर ले जाना, जैसे वीडियो शामिल है.
उसकी नफरत का आलम ये है कि वह अफरजुल को दोस्ती का हवाल देकर न केवल धोखे से खेत पर ले गया बल्कि धोखे से उसको मारा. साथ ही उसने अपने नाबालिग भांजे के जरिए इस हैवानियत का वीडियो बनाया.