राजस्थान के राजसमंद में बुधवार को 52 वर्षीय मुस्लिम बुजुर्ग मोहम्मद अफरजुल की हत्या के मामले में गिरफ्तार शंभूलाल को कोई पछतावा नहीं है.
मुस्लिमों के खिलाफ नफरत में डूबे शंभू दयाल रैगर का दिमाग में केवल जहर भरा हुआ है. ये जहर हिंदुत्व के ठेकेदारों ने भरा है. पुलिस से पूछताछ के दौरान भी वह बार-बार लव जिहाद की बात ही दोहरा रहा है. पुलिस का कहना है कि यूट्यूब, सोशल मीडिया और टेलीविजन चैनलों को देख-देखकर आरोपी के सिर पर वही सब चढ़ा हुआ है.
पुलिस का कहना है कि पिछले 2 सालों से वह कट्टरपंथी हिंदू साहित्य पढ़ रहा था और कुछ लोगों के संपर्क में था, जिनसे वह इस तरह की सामग्री लेता था. इस अवधि में आरोपी को कुछ लोग इस तरह के लव जिहाद और हिंदू राष्ट्र से साहित्य उपलब्ध करवा रहे थे.
पुलिस का कहना है कि हिंदू राष्ट्र, लव जिहाद, आरक्षण और पद्मावती तथा PK जैसी फिल्मों के जरिए उसके दिमाग में यह सारा जहर भरा गया. उसे हिंदु एकता के नाम पर भड़काया गया. वह खुद दलित था, लेकिन हिंदू एकता के नाम पर आरक्षण के खिलाफ था. दलित आरक्षण के खिलाफ उसकी लिखी बातें भी मिली हैं. ऐसे में बड़ा सवाल है कि वह किन लोगों के संपर्क में था, जिन्होंने उसे बरगलाया और कट्टरपंथ के रास्ते पर धकेल दिया.
पुलिस का कहना है कि वह नियमित रूप से कुछ हिंदू संगठनों के संपर्क में था और दिन भर इसी तरह के वीडियो देखता रहता था. पुलिस को आरोपी के पास से ऐसे बहुत सारे YouTube वीडियो, ढेर सारे चैनलों के न्यूज फुटेज भी मिले हैं, जो हिंदू-मुसलमान विवाद को लेकर थे.