साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में है. ऐसे में अब राजपूतों ने बीजेपी की मुसीबतें बढ़ा दी है. सर्व राजपूत समाज संघर्ष समिति ने वसुंधरा राजे सरकार को बीजेपी मुक्त करने की धमकी दी है.
समिति ने 3 जून सनवद हिंसा मामले में अगर उनके समुदाय के नेताओं के खिलाफ सभी केस वापस लेने की चेतावनी दी है. अन्यथा अगले चुनाव में राजस्थान को भाजपा मुक्त बना देने की बात कही.
बता दें कि पिछले साल जुलाई में सनवद गांव में मारे गए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के स्मारक में मीटिंग के दौरान भड़की हिंसा में कई राजपूत लीडरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
केस वापस लेने के लिए राजपूत समुदाय ने वसुंधरा सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. बीते बुधवार से अजमेर में भाजपा के खिलाफ एक मुहिम भी शुरू कर दी है जो अगले महीने 3 जून को खत्म होगी. इसके बाद बड़े पैमाने पर राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
समिति का आरोप है कि राजपूत नेताओं के खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए. साथ ही समुदाय ने समाज के लिए आरक्षण की मांग की है. समुदाय की मांग है कि पद्मावत जैसी फिल्मों की शूटिंग राजस्थान में बैन की जाए. राजपूतों के सामाजिक संगठनों को टैक्स से छूट दी जाए. समुदाय ने इसके साथ अजमेर में बड़ा शैतान सिंह राजपूत हॉस्पिटल बनवाने की मांग की है.