भीमा-कोरेगांव हिंसा: महाराष्ट्र पूरी तरह से बंद, उमर खालिद और जिग्नेश मेवाणी पर मामला दर्ज

thane1

thane1

मुंबई: भीमा-कोरेगांव लड़ाई की सालगिरह पर दलितों के साथ हुई हिंसा की आग अब पुरे राज्य में फ़ैल गई है. आज कई दलित संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है.

मुंबई के मशहूर डब्बावालों ने कहा कि वे भी अपनी सर्विस को ठप रखेंगे. मुंबई के डिब्बावाला एसोसिएशन ने आज अपनी सेवाएं न देने का फैसला लिया है. एसोसिएशन के प्रमुख सुभाष तालेकर ने कहा, “ट्रांसपोर्ट में परेशानी के कारण टिफिन वक्त से पहुंचाने में मुश्किल होगी.”

हिंसा की चपेट में महाराष्ट्र-मुंबई, डिब्बा सर्विस ठप्प व 40000 स्कूल बसें भी बंद

इसके अलावा महाराष्ट्र बंद के कारण स्कूल बसों की सर्विस बंद रहेगी. मुंबई में करीब 40,000 स्कूल बस बंद रहेंगी, स्कूलों ने अभिभावकों से अपने वाहन से ही बच्चों को स्कूल छोड़ने को कहा है. हिंसा को देखते हुए औरंगाबाद और अहमदनगर के लिए बस सेवा निरस्त कर दी गई. पालघर में बस सेवा पूरी तरह से ठप हुई, पालघर रेलवे स्टेशन की कैंटीन भी बंद है.

Punes Dalit Violence

हिंसा के बीच चैंबूर जिले में शिवसेना के दफ्तर में भी तोड़फोड़ की गई. तोड़फोड़ के दौरान कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी खबर है. पुलिस ने बताया कि चेंबुर, विक्रोली, मानखुर्द और गोवंडी में प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किए. पूर्वी एक्सप्रेस राजमार्ग पर प्रियदर्शिनी, कुर्ला सिद्धार्थ कॉलोनी और अमर महल क्षेत्रों में सैकड़ों प्रदर्शनकारी जमा हो गए. उन्होंने जुलूस निकाला और सरकार तथा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

पुलिस ने बताया कि कोल्हापुर, परभनी, लातूर, अहमदनगर, औरंगाबाद, हिंगोली, नांदेड़ और ठाणे जिलों में प्रदर्शन हुए. मुंबई के पूर्वी उपनगरीय इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. मुंबई में प्रदर्शनकारियों ने उपनगरों में सड़क यातायात और हार्बर लाइन पर लोकल ट्रेन सेवा को बाधित किया. उन्होंने कई इलाकों में सड़कों को जाम किया, जबरन दुकानें बंद कराईं तथा एक न्यूज चैनल के पत्रकार पर हमला किया.

इस मामले में अब जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक मंगलवार देर शाम अक्षय बिक्कड और आनंद डॉन्ड नाम के दो युवकों ने पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद के खिलाफ लिखित में शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया है कि जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद ने कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद यह हिंसा फैली है.

विज्ञापन