‘हमारे पति और बेटे देश सेवा में शहीद हो रहें लेकिन सरकार सहायता के बजाए परेशान कर रही’

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छतीसगढ़ के दंतेवाडा में कारली स्थित सशस्त्र बल परिसर में शुक्रवार को पुलिस स्मृति दिवस पर देश भर में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों के समेत शहीदों के परिजन भी शामिल हुए.

इस दौरान शहीदों के परिजनों की एसपी और कलेक्टर से मुलाकात में सरकार के रवय्ये पर परिजनों का दर्द सामने आ गया. इस दौरान परिजनों ने कहा कि हमारे पति और बेटे देश की सेवा करते शहीद हो गए लेकिन सरकार हमारी परेशानियों को समझने के बजाए परेशान कर रही है.

रानीबोदली में शहीद हुए जवान द्वारिका पुजारी और धीरेंद्र नाथ नागभिरे के परिजनों कहा कि शहीद होने के बाद हमें पूरी सुविधा देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब कोई सुनवाई नहीं होती है. रायपुर के लिपिक ने पेंशन बढ़ोतरी व अन्य समस्या के समाधान की बजाए हमें कार्यालय से दुत्कार कर भगा दिया.

इस दौरान गीदम थाना में फायरिंग के दौरान शहीद हुए जवान धीरेंद्रनाथ नागभिरे की पत्नी माधुरी नागभिरे ने कहा उसका पेंशन 2009 से नहीं बढ़ा है. पेंशन बढ़ोतरी सहित अन्य त्रुटियों को ठीक कराने रायपुर चंद्रपुरी कार्यालय पहुंची तो वहां मौजूद लिपिक ने सहयोग गाली-गलौज करते दुत्कार का भगा दिया.

इसके अलावा रानी बोदली में शहीद जवान द्वारिका पुजारी की पत्नी अंबिका पुजारी ने कहा कि उसके पांच बच्चे हैं. किराए के घर पर रहती हूं और बच्चे छोटे हैं उन्हें अच्छे से पढ़ाना चाहती है लेकिन न्यूनतम पेंशन राशि से यह संभव नहीं है. इसलिए सरकार हमारी तकलीफों को सुने और दूर करे.

परिजनों की परेशानी सुन एसपी कमलोचन कश्यप ने सभी की दोपहर बाद अपने कार्यालय में बुलाया. सभी की दिक्कतों को नोट करने के बाद समाधान के लिए मुख्यालय भेजा है.

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