स्कूलों के बाद अब राजस्थान के मदरसों में भी होगी ऑनलाइन पढ़ाई

जयपुर। कोरोना महामारी के चलते देशभर में छात्र घरों से ही ऑनलाइन पढ़ाई करने को मजबूर है। सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद किया हुआ है। ऐसे में राजस्थान की गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए मदरसों में भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने के लिए निर्देश जारी कर दिये है।

दरअसल लॉकडाउन के बाद से ही मदरसों के बच्चे तालीम से दूर थे। लेकिन अब सरकार उनकी भी तालीम का इंतजाम कर रही है। हालांकि बच्चे ऑनलाइन क्लासेज नहीं ले पाएंगे, लेकिन मोबाइल के जरिए स्टडी मटीरियल उन तक पहुंचाया जाएगा।

शिक्षा विभाग के स्माइल पाठ्यक्रम की तर्ज पर मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी पठन सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि उनका पढ़ाई से लगाव ना छूटे। मदरसा बोर्ड की सचिव पूनम प्रसाद सागर ने इस संबंध में प्रदेश के सभी 33 जिलों की अल्पसंख्यक अधिकारियों को यह आदेश जारी किया है, तो वहीं इस आदेश की कॉपी में सोशल मीडिया यानी वाट्सएप ग्रुप बनाने की भी बात कही गई है।

आदेश में लिखा है कि कोविड-19 के चलते प्रदेश के सभी मदरसे फिलहाल बंद है और इनके फिर से खुलने के समय को लेकर अभी संशय बरकरार है। इस अवधि में मदरसों के छात्रों को पाठ्यक्रम के अनुसार नियमित रूप से पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम की तर्ज पर पठन सामग्री उपलब्ध कराए जाने का निर्णय किया गया है। पाठ्यक्रम उच्च प्राथमिक स्तर के मदरसों में शुरू किया जाएगा।

आदेशानुसार जिले के सभी उच्च प्राथमिक स्तर के मदरसों के मॉडल पैराटीचर का सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाए और प्रतिदिन शिक्षा विभाग से प्राप्त होने वाले लिंक को इस ग्रुप पर भेजा जाए। नोडल पैराटीचर से सभी छात्र छात्राओं के अभिभावकों का सोशल मीडिया ग्रुप बनवाए जाएंगे।

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