मध्य प्रदेश के मंडला की कलेक्टर सूफिया फारुक़ी की और से शंकराचार्य की चरण-पादुकाओं को अपने सिर पर रखने का विवाद अभी थमा नहीं था कि इसी तरह का एक और मामला छिंदवाड़ा में सामने आया है.
छिंदवाड़ा पहुंची आदि शंकराचार्य की एकात्म यात्रा के स्वागत में जिला खाद्य अधिकारी नुजहत बानो ने आदि शंकराचार्य की चरण पादुका को सिर पर उठाया. साथ ही उन्होंने मंच से चौपाई सुनाकर अपना संबोधन भी दिया.
ध्यान रहे इस पहले मंडला में एकात्म यात्रा के पहुंचने के दौरान 2009 बैच की इस आईएएस अफसर ने हिन्दू रीति-रिवाजों से इस एकात्म यात्रा का स्वागत किया था. साथ ही वे शंकराचार्य की चरणपादुका को सिर पर रख कर यात्रा में चलीं थी. उन्होंने चरण पादुकाओं का पूजन भी किया था.
आप को बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार राज्य के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की विशाल प्रतिमा स्थापित करने जा रही है. राज्य सरकार ने इसके लिए प्रदेश के गांव-गांव से लोहा, समेत दूसरे धातु को संग्रहित करने का फैसला किया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए 19 दिसंबर को एकात्म यात्रा की शुरुआत की थी.
प्रतिपक्ष नेता अजय सिंह ने चरण पादुकाएं उठाए जाना सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन बताया है. लोक सेवकों को इस तरह की राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने से बचना चाहिए.