मध्यप्रदेश में जन-धन योजना के अंतर्गत दो करोड़ 20 लाख खाते खोले गये थे जिनमे 60 लाख खाते ऐसे थे जिनमे नोटबंदी के पहले सिर्फ जीरो-बैलेंस था. लेकिन अब इन खातों में 1200 करोड़ जमा हो चुके हैं.
जीरो बैलेंस वाले इन खातों में 50 हजार से एक लाख रुपए तक की राशि जमा हुई हैं. इतने कम दिनों में इतने बड़े पैमाने पर जमा हुई राशि आयकर विभाग के अधिकारीयों के शक के घेरे में हैं.
इतने बड़े पैमाने पर जन-धन खातों में जमा हुई राशि को कालेधन को सफेद करने के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में आयकर विभाग ने सोने की खरीद-फरोख्त के साथ ही अब जन-धन खातों में हुए ट्रांजेशन को जांच के दायरे में शामिल कर लिया है.
जन-धन के निष्क्रिय पड़े खातों में पिछले पांच दिनों में रिकॉर्ड राशि जमा हुई है. जन-धन खातों में तेजी से हो रहे डिपॉजिट की आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है.
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