राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने चुनावों की आहट के साथ ही मराठी मानुष के मुद्दें को एक बार फिर से हवा देने की कोशिश कर दी है. ऐसे में उत्तरी भारतियों के साथ मारपीट की जा रही है.
कुपवाड़ में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की इकाइयों में स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता देने की मांग के साथ ही मनसे कार्यकर्ताओं ने गैर-महाराष्ट्रीयन लोगों के साथ जमकर मारपीट की थी. इसी के साथ कुछ दिनों से हॉकर्स को भी निशाना बनाया जा रहा है.
#WATCH MNS workers beat up non-Maharashtrians in Sangli's
MIDC Kupwad demanding preference to local youth for jobs in the area's industries pic.twitter.com/xtMRAHWbSD— ANI (@ANI) October 11, 2017
लेकिन अब पासा उल्टा पड़ता दिख रहा है. शनिवार को मलाड में हॉकर्स ने मनसे के पांच कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पिटा. इन सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
इस मामले में 7 हॉकर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 यानी हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है. हॉकर्स ने प्रशासन को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई तो वे खुद अपने हिसाब से निपटेंगे. ऐसे में अब पुलिस ने टकराव की स्थिति के चलते पुलिसकर्मीयों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है.
इसी बीच एमएनएस के अध्यक्ष राज ठाकरे ने फिर एक भड़काऊ बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि छठ के बहाने बिहारी और यूपी वाले मुंबई को कब्जाना चाहते हैं.