मिनहाज की पुलिस कस्टडी में मारपीट से टूटी थी गरदन की हड्डी सहित दोनों हाथ-पैर की अंगुलियां

up police inhuman face disclose
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मिनहाज अंसारी की पत्नी और उसकी आठ महीने की बच्ची

झारखण्ड के जामताड़ा ज़िले में वॉट्सएप पर कथित भड़काऊ पोस्ट के आरोप में गिरफ्तार किये गए मुस्लिम युवक मिनहाज अंसारी की पुलिस कस्टडी में हुई मौत का खुलसा हो गया हैं.

सियासत हिन्दी की रिपोर्ट के अनुसार  मिनहाज के परिवार वालों ने बताया कि सोशल मिडिया में प्रतिबंधित मांस को पोस्ट करने के आरोप में नारायणपुर के थाना प्रभारी ने 3 अक्टूबर के रात में उसके दुकान से गिरफ्तार किया अौर मारते हुए थाना ले गये. दो दिन तक थाने में उसे पीटा गया.

जामताड़ा के दिघारी गांव निवासी मिनहाज अंसारी की पोस्टमार्टम के मुताबिक़ उनके पैर में ख़ून के थक्कों के निशान पाए गए हैं और मौत के वक़्त उनका पेट खाली था. 5 अक्टूबर को विधायक इरफान अंसारी ने फोन कर बताया कि मिन्हाज धनबाद के पी एम सी एच में भर्ती है आप लोग चले जाएं. मिन्हाज के माता पिता जब धनबाद अस्पताल पहुँचे तो मिन्हाज बिल्कुल मरे हुए हालत में पङा था। धनबाद से उसे रिम्स राँची रेफर कर दिया गया. जहाँ पर उसकी मौत हो गयी.

मिन्हाज के पिता उमर मियाँ व चाचा कादिर मियाँ ने बताया कि मिन्हाज को थाना प्रभारी हरिश पाठक ने बुरी तरह पिटाई किया है। उनके गरदन की हड्डी टुट गयी, दोनों हाथ तोङ दिया गया, हाथ पैर की अंगुलियां तोङ दी गयी. असहनीय दर्द के कारण उनकी मौत हो गयी. उनकी मां ने रोते हुए बताया कि अगर हमारा बेटा कुछ गलत किया भी था तो सजा कानून देती थाना प्रभारी जान लेने वाला कौन होता है.

मिनहाज के पिता उमर मियां कहते हैं, ” सब लोग हकीकत छुपा रहे हैं. पूरा गांव इसे जानता है कि कितनी बेरहमी से मेरे बेटे की पुलिस ने पिटाई की थी. किसी को देखने तक नहीं दिया गया. वह और उनकी पत्नी जब थाने गए, तो उनके साथ बदसलूकी गई. मेरे बेटे को भूखा रखा गया.

मिनहाज परिवार का इकलोता कमाने वाला था. उसके पीछे अब उसके बुढ़ें माँ-बाप रह गए. जिनके कन्धों पर उसकी 8 महीने की बच्ची की जिम्मेदारी हैं.

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