मुंबई के नालासोपारा से बरामद हुए विस्फोटक मामले में महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने सनातन संस्था से जुड़े दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद एटीएस ने शुक्रवार को उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले के सकरी से वासुदेव सूर्यवंशी (29) और विजय उर्फ भैया लोधी (32) को गिरफ्तार किया।
बता दें कि इससे पहले एटीएस ने वैभव राउत, शरद कलसकर और सुधान्वा को गिरफ्तार किया था। वैभव राउत के घर कई देसी बम और हथियार बनाने की सामग्री मिली थी। इतना ही नहीं आतंकियों से चार एयर पिस्टल्स, 20 एयर पिस्टल पैलेट्स, दो सीपीयू, दो नोटबुक, एक डायरी, तीन मोबाइल और दो सिमकार्ड बरामद किए थे।
इस मामले में एटीएस शिवसेना के चालीस वर्षीय पार्षद श्रीकांत पांगारकर को भी गिरफ्तार कर चुकी है। ATS के जांच अधिकारियों का कहना है कि इन लोगो के निशाने पर ऐसे लोग थे जो हिन्दू धर्म के खिलाफ बयानबाजी करते हैं। इसके अलावा वे पुणे में आयोजित हुए वार्षिक नृत्य संगीत समारोह में विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे।
स्पेशल कोर्ट में एटीएस ने बताया कि इन आरोपियों का मकसद पिछले साल पुणे में संपन्न सनबर्न फेस्टिवल में बम प्लांट कर धमाका करना था। बता दें सनबर्न एशिया का सबसे बड़ा और वर्ल्ड का तीसरा सबसे बड़ा म्यूजिक फेस्टिवल है।इसकी शुरुआत 2007 में गोवा से हुई थी, हालांकि 2016 में इसे पुणे में आयोजित किया जा रहा है।
एटीएस ने बताया कि इस मामले में वैभव राउत और सुधनवा गोंधालेकर ने बम बलास्ट की प्लानिंग की थी क्योंकि यह फेस्टिवल हिंदू संस्कृति के खिलाफ लगता था। इतना ही नहीं इन लोगों ने उन लोगों की लिस्ट बनाई थी, जो इनके अनुसार हिंदू संस्कृति के खिलाफ काम करते हैं।