महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ किसानों ने मोर्चा खोल दिया है. नासिक से निकले 30000 किसान मार्च कर मुंबई की तरफ बढ़ते जा रहे है. अपनी मांगों को लेकर ये किसान विधानसभा का घेराव करेंगे.
भारतीय किसान सभा (AIKS) के नेतृत्व में किसानों की यह रैली शनिवार को भिवंडी पहुंच चुकी है. एआईकेएस के सुनील मालुसरे ने बताया कि यह रैली रविवार को मुंबई पहुंच जाएगी और सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेगी.
किसानों की इस रैली में हर शहर से इस आंदोलन में किसान जुड़ते जा रहे हैं. लेकिन अभी तक महाराष्ट्र सरकार ने इनकी किसी भी मांग पर विचार नहीं किया है. राज्य सरकार ने अब तक इस रैली के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
किसान सभा के नेता अशोक धौले ने सीएनएन न्यूज 18 से कहा, “अब बहुत हो गया. हमारा संयम टूट गया है. हमने पिछले साल भी हमने यहीं मांगे रखी थी, लेकिन सरकार को हमारी मांगों को सुनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. हम तब तक हार नहीं मानेंगे जब तक सरकार हमारी मांग नहीं सुनेगी. हम विधानसभा का घेराव करने जा रहे हैं.”
बता दें कि महाराष्ट्र लंबे समय से किसानों की समस्या से जूझ रहा है. अब तक हज़ारों किसान खुदकुशी कर चुके हैं. किसानों की इस वक्त सबसे बड़ी मांग कर्जमाफी की है. बैंकों से लिया कर्ज किसानों के लिए बोझ बन चुका है. ऐसे में किसान चाहते हैं कि उन्हें कर्ज से मुक्ति मिले.
#Maharashtra: All India Kisan Sabha protest reaches Vasind. Over 30,000 farmers from across the state are heading towards Mumbai from Nashik demanding a complete loan waiver for the farmers of the state. pic.twitter.com/mUsAHTMta0
— ANI (@ANI) March 9, 2018
इसके अलावा किसान फसल बर्बाद होने के कारण बिजली बिल नहीं चुका पाते हैं. इसलिए उन्हें बिजली बिल में छूट दी जाए. साथ ही दूसरी अहम मांगों में स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशें लागू करने की मांग, न्यूनतम समर्थन मूल्य को बेहतर करने की मांग और बूढ़े किसानों को पेंशन की मांगें शामिल हैं.