कोटा/झालावाड़: कोरोना महामारी के बीच जारी किए गए परीक्षाओं के टाइम टेबल को लेकर मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एमएसओ) के जिला अध्यक्ष दिलशाद नूर कोटा विश्वविद्यालय प्रशासन की आलोचना की।
दिलशाद नूर ने कहा कि कोरोना महामारी देश में भयावह रूप ले चुकी है। द्देश भर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे है। जिससे कोटा संभाग भी अछूता नहीं है। ऐसे में लाखों विद्यार्थियों के जीवन से खिलवाड़ कर परीक्षा आयोजित करना उचित नहीं है।
#MSO Rajasthan demanded to postpone the Examination of Kota University due to #COVID19India Pandemic.@RajCMO @ashokgehlot51 @SachinPilot @shantidhariwal2 pic.twitter.com/jrYyKzKFBR
— MSO Rajasthan (@mso_rajasthan) July 1, 2020
उन्होने कहा कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले कम होने के बावजूद भी छात्रों को जनरल प्रमोशन देते हुए अगले सत्र में प्रवेश देने की घोषणा कर दी गई है। लेकिन दूसरी और राज्य की गहलोत सरकार कोरोना के बढ़ते हुए मामलों के बावजूद परीक्षा लेने पर आमदा है।
MSO जिला अध्यक्ष ने कहा, कोटा जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 676 पर पहुंच गई है। राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन को अपने निर्णय पर फिर से विचार करते हुए तत्काल परीक्षाओं को रद्द कर विद्यार्थियों को अगले सत्र में प्रमोट करना चाहिए। उन्होने बताया कि इस सबंध में महामहिम राज्यपाल को भी पत्र लिखा गया है।