केरल में नोट बंदी को लेकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया हैं. दरअसल सहकारी बैंक में जमा पैसे नहीं निकाले जाने पर एक बुजुर्ग ने आत्महत्या का ली.
कोट्टायम जिले की पांबा घाटी के चेरूविल्लाइल के रहनेवाले 73 वर्षीय ओमानकुट्टन पिल्लई ने सहकारी बैंक में पांच लाख रपये जमा किए हुए थे. लेकिन जब बैंक की और से उन्हें जमा पैसे निकालने से इनकार कर दिया तो उन्होंने अपने बेडरूम में कल फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीँ अन्य घटना में 68 वर्षीय बुजुर्ग चंद्रशेखरन की मौत कोल्लम जिले में एक बैंक के लाइन में खड़े रहने के दौरान हो गई.
नोटबंदी की शुरुआत में सहकारी बैंक में दो चार दिन नोट बदलवाने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन अब सहकारी बैंकों में नए नोट की कोई व्यवस्था नहीं हैं. आज विधानसभा में इस मुद्दें को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया हैं.
कोऑपरेटिव सेक्टर के सामने आ रही दिक्कतों पर चर्चा के लिए बुलाए गए केरल विधानसभा के विशेष सत्र ने आज एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से कोऑपरेटिव को पुराने नोट बदलने और वाणिज्यिक बैकों की तरह जमा स्वीकार करने की अनुमति देने को कहा.