कासगंज/लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कासगंज शहर 26 जनवरी को भगवा संगठनों की और से आपत्तिजनक नारों के साथ निकली गई तिरंगा यात्रा के बाद से ही झुलस रहा है. अब इस हिंसा में स्थानीय भाजपा सांसद राजवीर सिंह की बदला लेने की खूली धमकी आग में घी डालने का काम कर रही है.
TwoCircles.net की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के बाद से ही कासगंज का अल्पसंख्यक तबक़ा काफ़ी ख़ौफ़ में है. स्थानीय निवासी रईस अहमद ने बताया कि बवाल कसाई मार्केट में हुआ, मगर दहशत में पूरा इलाक़ा है. मुसलमानों ने खुद को अपने घरों में क़ैद कर लिया है और वो ख़ौफ़ में हैं.
स्थानीय मुसलमान पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप भी लगा रहे है. पुलिस ने मुस्लिम इलाक़ों में ही सर्च अभियान चला रही है. साथ ही आधा दर्जन से ज्यादा मुस्लिम युवकों को हिरासत में लिया हुआ है. स्थानीय मुस्लिमों का दावा है कि यह हिंसा योजनाबद्ध तरीक़े से की गई है.
स्थानीय लोगों ये भी बता रहे है कि कासगंज पिछले तीन दिन से सुलग रहा था. यहां कोतवाली क्षेत्र में चामुंडा देवी मंदिर पर गेट लगने को लेकर भारी तनाव था. इस मंदिर पर गेट का मुस्लिमों के एक समूह ने विरोध किया था. जिसके बाद यहां इस गेट को सरकारी मशीनरी ने लगाने से रोक दिया गया था. इसके बाद से यहां कासगंज अंदर ही अंदर सुलग रहा था.
समाजवादी पार्टी के एमएलसी सुनील यादव साजन कहते हैं कि, इस घटना में साज़िश से इंकार नहीं किया जा सकता. जिस तरह से हिन्दू संगठन इस हिंसा को तिरंगे से जोड़ रहे हैं, वो एक गंभीर विषय है.