समान नागरिक संहिता, तलाक, मुस्लिम पर्सनल लॉ पर हो रही राजनीति की आलोचना करते हुए जमीयत उलमा के हाजी खुर्शीद अनवर ने मुस्लिम समाज की शरीयत अल्लाह की बनाई हुई है साथ ही यह 1947 के संविधान पर आधारित है. इसलिये शरीयत में कोई भी बदलाव काबिल ए बर्दाश्त नहीं होगा.
उन्होंने आगे कहा कि जो भी राजनैतिक दल इस पर राजनीति कर रहा हैं उसकी राजनीति ही बदल दी जायेगी. उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार शरीयत में किसी तरह का दखल देगी तो उसका जवाब दिया जायेगा. यह लडाई सिर्फ मुस्लिम पर्सनल लॉ बचाने की नहीं है बल्कि बाबा भीमराव अम्बेडकर के 1947 के बचाने की भी है.
खुर्शीद अनवर ने कहा कि केवल मुस्लिम ही नहीं इस देश का हर नागरिक अपने मजहब को चाहता है. मोदी जी को मुस्लिम महिलाओं की चिंता है लेकिन अपनी पत्नी को सम्मान नहीं देते. यदि वे अपनी पत्नी का सम्मान करना सीख जाये तो उन्हें शरीयत में बदलाव करने की आवश्यकता नहीं पडेगी.
उन्होंने आगे कहा कि शरियत में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं होगा और इस पर राजनीति करने वालों को इसका जवाब पूरी ताकत के साथ दिया जाएगा.