अहमदाबाद: गुजरात सरकार ने इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी एक अधिकारी और सोहराबुद्दीन शेख मामले में हाल में आरोप मुक्त हुए अन्य अफसर समेत छह आईपीएस अधिकारियों को मंगलवार को पदोन्नति दी।
सीबीआई ने सात आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ इशरत जहां मामले में आरोप पत्र दायर किया था जिनमें शामिल जीएल सिंघल को गांधीनगर के कमांडो प्रशिक्षण केंद्र के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) से पद पर तरक्की देकर महानिरीक्षक की रैंक दी गई है।
सिंघल 2001 बैच के आईपीएस अफसर हैं। इशरत जहां एनकाउंटर मामले में उन्हें सीबीआई ने 2013 में गिरफ्तार किया था। सीबीआई की ओर से तय वक्त में आरोप पत्र दाखिल नहीं किए जाने की वजह से उन्हें कोर्ट ने जमानत दे दी थी।

वहीं सोहराबुद्दीन शेख की कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में हाल में बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा आरोप मुक्त किए गए विपुल अग्रवाल को अहमदाबाद में पुलिस के संयुक्त आयुक्त (प्रशासन) के पद पर पदोन्नत किया गया है।
बता दें कि मुंबई की रहने वाली 19 वर्षीय इशरत जहां और तीन अन्य की 15 जून 2004 को अहमदाबाद के बाहरी इलाके में एक मुठभेड़ में हत्या कर दी गई थी। गुजरात हाई कोर्ट ने विशेष जांच टीम गठित की थी जिसने निष्कर्ष दिया था कि मुठभेड़ फर्जी है। इसके बाद मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था।
अग्रवाल को गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख, उसकी पत्नी कौसर बी और साथी तुलसी प्रजापति की कथित फर्जी मुठभेड़ में हत्या करने के मामले में जमानत मिलने के बाद नवंबर 2014 में बहाल किया गया था।