पटना। पिछले कई महीनों से बिहार में नए डीजीपी की तलाश खत्म हो गई है. नीतीश सरकार ने 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी केएस द्विवेदी बिहार को इस पद पर नियुक्ति दी है.
द्विवेदी मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के रहने वाले हैं. वह अभी वर्तमान में डीजी ट्रेनिंग और केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के अध्यक्ष हैं. इससे पहले वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं.
हालांकि उनके साथ कई विवाद भी जुड़े हुए है. उनका भागलपुर दंगों से विवादित नाता रहा है. उन पर दंगे के दौरान पक्षपाती होने के आरोप लगे. यहाँ तक कि दंगा पीड़ितों ने दि्वेदी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने दंगों में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई थी.
उन पर आरोप लगा कि दंगों के सौरान कानून और व्यवस्था के प्रभारी शीर्ष अधिकारी के रूप में, वह न केवल दंगों को रोकने के अपने कर्तव्य में असफल रहे, बल्कि मुसलमानों को निशाना बनाने के लिए अपने बल को निर्देश भी जारी ही किये.
सरकारी आयोग (सीओआई) ने भी अपनी अंतिम जाँच रिपोर्ट में द्विवेदी को नरसंहार के लिए “पूरी तरह से जिम्मेदार” माना था.