राजस्थान के अजमेर जिले के नसीराबाद कस्बे के चैनपुरा गांव में सिख समुदाय के सेवादारों से मारपीट के मामलें में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस कांस्टेबल बुद्धाराम को थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है.
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मीडिया के सामने आए पीड़ित निर्मल सिंह ने कहा, हम विनती करते रहे लेकिन वो हमें बेरहमी से पीटते रहे,हम समझ नहीं पा रहे थे गांववालों ने हमें क्यों पीटा ? अब हम कभी किसी की मदद नहीं करेंगे, कभी कोई धर्मार्थ काम नहीं करेंगे.
निर्मल सिंह कहते हैं कि धर्म और सेवा का ऐसा सिला उन्हें मिला है कि अब वो कभी सेवा का काम नहीं करेंगे. उन्होंने बताया, वे 24 अप्रैल को वह ग्राम चैनपुरा में अनाज एकत्रित करते हुए राजगढ़ सरपंच रामदेव सिंह के घर पहुंचे, जहां उसकी पत्नी ने एक कट्टा अनाज दान किया, जिसे जीप में डालकर चाट सरदारपुरा की ओर रवाना हो गए..
उन्होंने बताया कि जब वह चाट सरदारपुरा पहुंचे तो वहां बोलेरो जीप में सवार होकर सरपंच रामदेव सिंह अौर उसका पुत्र आया और उनकी जीप के आगे अपनी जीप लगा दी. सरपंच रामदेव सिंह ने जीप से उतरते ही गाली गलौच करना शुरू कर दिया और कहने लगा कि तुम लोग लूट कर अनाज ले जाते हो. इसके बाद सरपंच के साथ 5-7 लोग और एकत्रित हो गए और उन्होंने हमें जीप से नीचे खींचकर जमीन पर पटक दिया तथा उनके साथ मारपीट की.
पीड़ित सिखों ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उनकी पगड़ियां व पटका खींच कर जमीन पर पटक दिए. इसी दौरान एक पुलिसकर्मी भी आ गया लेकिन अकेला होने के कारण वह कुछ नहीं कर सका तथा बाद में सदर थाने की जीप मौके पर पंहुची और थाने ले आई.
Sikh Family Beaten by Mob in Rajasthan #Mobocracy #Shame
Via @DailySikhUpdate pic.twitter.com/BKQGzYIGUH— ਿਸੰਘ (@Mrsingh___) May 24, 2017
नसीराबाद सदर के थानाधिकारी लक्ष्मण राम ने आज बताया कि इस संबंध में राजगढ पंचायत के सरपंच रामदेव रावत, श्रवण सिंह, राजूसिंह, विजेन्द्र सिंह और दो अन्य सहित छह लोगों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और मारपीट करने के आरोप में कल गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब रहे कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से सेवादारांे के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की थी.