हैदराबाद। शादियों में बेफिजूल खर्ची को रोकने के लिए इस्लामी विद्वानों की मौजूदगी में समुदाय के बुद्धिजीवी लोगों ने मंगलवार को बैठक कर सादगी से हो निकाह करने का प्रस्ताव पारित किया. ताकि समुदाय में ग़रीबों और कमजोरों की शादियाँ आसान हो सके.
तेलंगाना राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में हैदराबाद पुलिस आयुक्त वी.वी. श्रीनिवास राव, मुफ्ती खलील अहमद, कुबूल पाशा सत्तारी, जमात-ए-इस्लामी के हमीद मोहम्मद खान, मौलाना जाफर पाशा आदि ने हिस्सा लिया.
बैठक में दहेज़ के खिलाफ भी प्रस्ताव पास हुआ जिसके तहत दहेज़ पर पाबंदी की बात कही गई. इसके अलावा निकाह का वक्त और जगह भी निर्धारित की गई. जिसके तहत निकाह ईशा की नमाज के बाद स्थानीय मस्जिदों में होगा. इसके अलावा पूरे समारोह के सभी कामों को आधी रात तक पूरा किया जाना होगा.
बैठक में ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रम, नर्तक, बैंड या हथियारों के साथ नृत्य, भव्य रात्रिभोज जो देर रात तक आयोजित होते हैं, के बहिष्कार का आह्वान किया गया है. बैठक में प्रस्ताव पास हुआ कि रात 9 बजे के बाद काजी निकाह नहीं पढ़ाएंगे.
इसके अलावा शादी में दावत भी सादगी भरी होगी. इसमें बिरयानी, करी, दही और एक मिठाई शामिल है. इस दौरान किसी प्रकार के हथियार का कोई प्रदर्शन नहीं होना चाहिए.