गुजरात की राजधानी गांधीनगर में एक बुजुर्ग मुस्लिम महिला और उसके बेटे के साथ कथित तौर पर बर्बरता की हदें पार कर देने वाला हिंदूवादी नेता अमित पटेल उर्फ अमित कालिया गिरफ्तार कर लिया गया है.
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कालिया ने दोनों पर जानलेवा हमला किया था. अल्पसंख्यक अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं की DGP शिवानंद झा से मुलाकात के बाद इसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. अल्पसंख्यक अधिकार मंच के अनुसार कलोल सेशन्स कोर्ट ने इस अपराधी की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया.
बता दें कि छत्राल गांव में 4 मार्च सुबह 5.30 बजे 32 वर्षीय सयैद फरनाज़ और उनकी माँ रोशन बानो खेत मे जा रहे थे तभी अचानक बजरंग दल के गुंडों ने माँ और बेटे पर घातक हमला किया. अमित पटेल, अंकित नाडिया, बदो मुखी, धर्मा पटेल और अन्य 3 लोगों ने 52 वर्षीय रोशनबीवी सैयद की उंगलियां तक काट डालीं थी.
इतना ही नहीं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रोशनबीवी के 32 वर्षीय बेटे फरजान सैयद पर भी जानलेवा हमला किया. फरजान के हाथ और खोपड़ी में फ्रैक्चर है. गौरतलब है कि छत्राल गांव मुस्लिम बहुल है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, बीते वर्ष दिसंबर में बाबरी विध्वंस की बरसी पर बजरंग दल ने इलाके से एक जुलूस निकाला था. उसके बाद से ही इलाके में सांप्रदायिक तनाव के हालात बने हुए हैं.
पिछले 2 महीनों से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो को इसी तरफ मारा जा रहा है. उनके रोज़गार को नुकसान पहुचाया गया है और धार्मिक आस्था को नुकसान पहुचाने के लिए दरगाह पर भी तोड़फोड़ की गयी है.