हरियाणा के फरीदाबाद में शुक्रवार को गोरक्षकों द्वारा की गई एक ऑटो चालक और उसके चार दोस्तों की मारपीट के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है.
दरअसल गौरक्षकों ने गौमांस का आरोप लगाकर इन लोगों के साथ मारपीट की थी. साथ ही पुलिस ने भी मारपीट करने वालो पर मामला दर्ज करने के बजाय पीड़ितों के ही खिलाफ मामला दर्ज किया था. लेकिन अब जांच में सामने आया कि पीड़ितों के पास गाय का नहीं बल्कि भैंस का मांस था.
पुलिस ने बताया कि ऑटो में मिले मांस की पशुपालन विभाग के डॉक्टरों से जांच कराई गई. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि उक्त मांस भैंस का था. अब पुलिस ने पीड़ित आजाद की शिकायत पर मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
डीसीपी (एनआईटी) आस्था मोदी ने बताया कि पशुपालन विभाग के डॉक्टरों द्वारा जांच के बाद गौमांस की बजाय भैंस के मांस की पुष्टि होने के बाद पीड़ितों के खिलाफ मामला रद्द किया जाएगा. वहीं पीड़ित की शिकायत पर भीड़ में मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि घटना के वीडियो की भी जांच की जा रही है और सात-आठ लोगों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच लोगों के साथ मारपीट हुई थी. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.
ध्यान रहे 13 अक्टूबर को आजाद अपने साथी शहजाद, अहसान एवं दो अन्य के साथ ऑटो में भैंस का मीट लेकर फतेहपुर बिल्लौच से ओल्ड फरीदाबाद की ओर लौट रहा था. गांव बाजड़ी के पास लाठी डंडे लेकर खड़े 15-20 लड़कों ने उनके साथ मारपीट की थी.