अमृतसर: पंजाब को भारत से अलग कर खालिस्तान बनाने के लिए सैन्य अभियान चलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरावाले के नाम पर राज्य में गुरुद्वारे का निर्माण कराया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मोगा जिले में स्थित भिंडरावाले के जन्मस्थान रोडे गांव में इस गुरुद्वारे का निर्माण हुआ है. सिख संगठन दमदमी टकसाल के प्रमुख हरनाम सिंह धूमा ने इसका निर्माण करवाया है. धूमा ने कहा है कि उन्होंने गुरुद्वारे का नाम संत खालसा रखा है.
ध्यान रहे जरनैल सिंह भिंडरावाले लगभग 30 साल पहले पंसिख धर्म के सबसे पवित्र स्थल स्वर्ण मंदिर परिसर में 6 जून 1984 को भारतीय सेना की कार्रवाई ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारा गया था. इस दौरान 83 जवान शहीद हुए थे, जबकि 249 घायल हुए. इसके अलावा 493 आतंकवादी या आम नागरिक कार्रवाई में मारे गए.
हरनाम सिंह धूमा ने गुरुद्वारे के बारे में कहा कि लंबे समय से भिंडरावाले का घर गुमनामी और अस्त-व्यस्त हाल में था, इसलिए उनके संगठन ने इसे गुरुद्वारे में तब्दील करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे के निर्माण के लिए किसी राजनीतिक दल या सरकारी मदद नहीं ली गई है.
धूमा के मुताबिक 20 फरवरी को यहां पर सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को स्थापित किया जाएगा. गुरुद्वारे के अंदर ऑपरेशन ब्लू स्टार का एक अलग मेमोरियल भी बनाया गया है. इस मामले में सभी राजनीतिक दलों ने चुप्पी साध रखी है.