गुजरात में जातिगत भेदभाव का फिर से मामला सामने आया है. आरोप है कि साबरकांठा जिले के इडार तालुका में ठाकुर समुदाय के 8 युवकों ने जबर्दस्ती एक दलित युवक की मूंछ मुंड़वा दी और उसके साथ मारपीट की.
मामला अहमदाबाद के साबरकांठा जिले के गोरल गांव का है. पीड़ित पांडया ने बताया कि वह बाइक पर अपने दोस्त के साथ कहीं जा रहा था, इस बीच लाठियां पकड़ कर रास्ते में खड़े आरोपियों ने उसे रोक लिया और उस पर डंडों की बरसात करने लगे. उन्होंने पांडया से पूछा कि उसे मूंछ रखने का हक किसने दे दिया? पांडया ने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और ब्लेड के मूछ मूंड की गई.
वहीँ गांव की सरपंच जयंती पटेल का कहना है कि ‘पंड्या गुरु ब्राह्मण है जो एक दलित उपजाति है. उसकी करीब 20 दिन पहले ठाकुर समुदाय की एक लड़की से लड़ाई हुई थी, हो सकता है अब हुई घटना के पीछे यह वजह हो.गांव में अब स्थिति सामान्य है.’
सोशल वर्क में स्नातकोत्तर के छात्र पांडया ने कहा कि उसने दो साल से मूंछें रखी हुई थी. चेहरा पतला होने के चलते पांडया का मानना था कि मूछ रखने से वह अच्छा दिखेगा. पांडया ने कहा कि आज तक गांव में ऐसा कभी नहीं हुआ. इतना ही नहीं समुदाय के लोगों ने उसके माता-पिता की भी पिटाई की.
पुलिस ने आठों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. आरोपियों की पहचान भवेशकुमार दला, कांजी चन्ना, अवनिश बाबू, डाला रामा, डूला जेसिंह, रमन भीखा, धांजी रामा और छगन प्रभु के रूप में हुई है.