पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ पुलिस ने NRC ड्राफ्ट पर दिए बयान को लेकर FIR दर्ज की। असम के डिब्रुगढ़ में भाजपा युवा मोर्चा के तीन कार्यकर्ताओं की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है।
एफआईआर के मुताबिक ममता बनर्जी असम में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और NRC की शांतिपूर्ण प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं। बता दें कि ममता बनर्जी ने बीजेपी पर एनआरसी के जरिए देश को तोड़ने का आरोप लगाया था।
दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाली ही नहीं अल्पसंख्यकों, हिंदुओं और बिहारियों को भी एनआरसी से बाहर रखा गया। 40 लाख से ज्यादा लोगो जिन्होंने कल सत्ताधारी पार्टी के लिए वोट किया था आज उन्हें अपने ही देश में रिफ्यूजी बना दिया गया है।
उन्होने कहा, ‘हम यह नहीं होने देंगे। वे (बीजेपी) देश को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। देश में गृहयुद्ध और रक्तपात हो जाएगा।’ इसके साथ ही बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी अपने राजनीतिक फायदे के लिए असम में लाखों लोगों का नाम हटा रही है।
ममता बनर्जी ने कहा कि जिन 40 लाख लोगों के नाम एनआरसी से बाहर किए गए हैं वे नेहरू-लियाकत पैक्ट, इंदिरा पैक्ट के मुताबिक वे भारतीय नागरिक हैं। बिहार, तमिलनाडु और राजस्थान के कई लोगों के नाम वहां नहीं हैं।