कोलकाता – इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा, जहाँ एक तरफ मुसलमानों पर देशभर में ज़ुल्म हो रहे है वहीँ कुछ नेता अपनी रोटियां सेकने के लिए मुसलमानों के घर जलवाने की कोशिश तक कर रहे है. यहाँ तक की झूठ का सहारा भी लिया जा रहा है.
गौरतलब है की बंगाल में हिंसा एक फेसबुक पोस्ट को लेकर हुई है जिससे सबक ना लेते हुए बीजेपी नेता विजेता मलिक ने भोजपुरी फिल्म के एक सीन को बंगाल में मुसलमानों द्वारा हिन्दू महिला पर हिंसा बताकर शेयर कर डाला, जिसे लेकर हंगामा मच गया. इसी फोटो को शेयर करने वाले एक शख्स को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि जिस तस्वीर को पश्चिम बंगाल का बताया जा रहा है, वह वास्तव में 2014 में रिलीज हुई भोजपुरी फिल्म ‘औरत खिलौना नहीं’ का एक सीन है। बता दें कि विजेता मलिक ने इस तस्वीर को अपने फेस बुक वाल पर शेयर किया था जिसके चलते पश्चिम बंगाल के 24 परगना में संप्रदायिक हिंसा फैल गया था और एक शख्स की भी जान चली गई थी।
पुलिस ने एक शख्स को सोनारपुर से अरेस्ट किया है जो अपने फेसबुक के माध्यम से 24 परगना जिले में हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहा था, गिरफ्तार युवक का नाम भाबोतोश चटर्जी है. यह उसी फोटो को शेयर करके बंगाल में हिन्दुओं पर अत्यचार बता रहा था जिसे विजेता मलिक ने शेयर किया था.
One rumour-monger arrested by KP for morphing Bhojpuri film scene to spread hate. Rumour-mongers won't be spared. Peace first.
— Kolkata Police (@KolkataPolice) 8 जुलाई 2017
हरियाणा की भाजपा नेता ने अपने फेसबुक वॉल पर भोजपुरी फिल्म की इस तस्वी को शेयर करते हुए लिखा था कि बंगाल में किस तरह से मुसलमान युवक हिंदू महिला का बलात्कार कर रहे हैं। विजेता मलिक हरियाणा राज्य की बीजेपी प्रदेश कार्याकारिणी की सदस्य हैं।
विजेता ने अपने पोस्ट में लिखा था, “बंगाल में जो हालात हैं वो हिंदुओं के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है। हिंदू को ही क्यों मारा जा रहा है और सरेआम उसकी इज्जत के साथ खेला जा रहा है। इस पर कोई कुछ नहीं बोलता और न ही अवार्ड वापस हो रहा है। न तो देश छोड़ कर जाने की बात हो रही है और राज्य सरकार भी हाथ पर हाथ रख कर बैठी है।”