मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के रिष्ठ नेता सुंदरलाल पटवा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह को ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ बताते हुए कहा कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार भी नहीं किया. ये बात उन्होंने भोपाल अदालत में लिखकर भी दी.
दरअसल 1998 के विधानसभा चुनाव के दौरान सुंदरलाल पटवा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने दिग्विजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे हवाला कांड के आरोपी बीआर जैन से मिले हुए हैं. उन्हें भिलाई में जमीन दिलाई गई. पटवा ने दावा किया था कि दिग्विजय सिंह को दिल्ली में आउट ऑफ टर्न मकान दिया गया.
जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने दोनों पर मानहानि का मुक़दमा दर्ज करा दिया था. इस दौरान बीजेपी नेता अपने आरोप साबित नहीं कर पायें. आखिर में दोनों पक्षों ने समझोता कर आपसी सहमति और बिना शर्त प्रकरण वापस ले लिया.
एमएफसी नौशीन खान ने प्रकरण वापस लेने के आवेदन पत्र को स्वीकार करते हुए पटवा और वर्मा के खिलाफ चल रहा मामला हमेशा के लिए नस्तीबद्ध कर दिया.