अलीगढ़: देश भर में हो रही बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में विभिन्न स्थानीय विद्यालयों और समाज के अन्य प्रमुख सदस्यों के छात्रों ने शनिवार को बाब ए सैयद पर अपनी आवाज बुलंद की. ताकि संसद में मौजूद जनता के प्रतिनिधि इस पर अपना ध्यान दे.
जम्मू और कश्मीर की एक 8 साल की लड़की को बलात्कार और हत्या के मामले ने पहले ही देश को झकझोर कर रख दिया था. लेकिन उसके बाद जिंद में 5 बलात्कार के मामले सामने आए. जो देश में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते है.
स्टूडेंट फॉर डेमोक्रेटिक राईट के कन्वेनर मुहम्मद ओवैस खान का कहना है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में आए दिन बलात्कार के जघन्य मामले सामने आ रहे है. लेंकिन इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इन मुद्दों पर चुप्पी साध रखी है. जो इस बात का संकेत करती है कि राज्यों की कानून और व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है.
महिलाओं के खिलाफ होने वाले इन अपराधों के लिए नशे को जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा, हमारा देश धीरे-धीरे ड्रग्स और अल्कोहल के दुरुपयोग के जहर से घिर चूका है. बलात्कार और हत्या जैसे मामलों में देखा गया है कि इस तरह की वारदातों को नशे में ही अंजाम दिया जाता रहा है. निर्भया रैप केस इसका एक उदाहरण है. राज्य सरकारों को राज्य में ड्रग्स और अल्कोहल माफिया को रोकने के लिए ठोस उपायों के साथ आना चाहिए और नशेड़ी के लिए उचित पुनर्वास देना चाहिए.
वहीँ AMUSU के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा, “सरकार और प्रशासन को ठीक से कार्य करना चाहिए और जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ना चाहिए और इन अपराधियों को विशेष अदालतों में पेश किया जाना चाहिए और हम बलात्कारियों के लिए “मौत की सजा” की मांग करते हैं,
इसके अलावा AMUSU के पूर्व उपाध्यक्ष माजीन हुसैन जैदी ने कहा, सरकार को युवा पीढ़ी के शिक्षा और चरित्र निर्माण पर ध्यान देना चाहिए.